महिला थाने में स्थापित हेल्प डेस्क महिलाओं के लिए साबित हो रहा है वरदान

आनन्दी मेल सवांददाता अम्बेडकरनगर - जनपद में मिशनशक्ति अभियान के अंतर्गत महिला थाना व महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त हेल्प डेस्क कर्मी द्वारा पति-पत्नी के 01 जोड़े के मध्य पारस्परिक परिवारिक विवाद को सुलझाकर राजी-ख़ुशी विदाई कराई गयी।महिला थाना पीड़िताओं के लिए वरदान साबित हो रहा है।

मई 3, 2024 - 13:54
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महिला थाने में स्थापित हेल्प डेस्क महिलाओं के लिए साबित हो रहा है वरदान
महिला थाने में स्थापित हेल्प डेस्क महिलाओं के लिए साबित हो रहा है वरदान

महिला थाना ही एक मात्र ऐसा है, जहाँ महिला अधिकारी होती थी, इसीलिए अधिकांश महिलाएँ शिकायत करने महिला थाने आती हैं लेकिन अब वह भी नहीं हैं। आम तौर पर महिला अधिकारी से बात करने में महिलाओं को कोई संकोच नहीं होता हैं, वे अपनी सारी परेशानी उनसे खुलकर शेयर कर सकती है।अधिकतर मामले महिला थाने और हेल्प डेस्क के माध्यम से दोनों पक्षों के बीच आपसी सुलह समझौते से निपटाए जा रहे हैं।

महिला हेल्प डेस्क में सबसे अधिक मामले घरेलू हिंसा, पति-पत्नी के बीच विवाद और जमीन संबंधित आ रहे हैं। वहीं छेड़छाड़, मारपीट और गुमशुदगी के मामले भी पहुंच रहे हैं। महिला थानाध्यक्ष प्रियंका पांडे ने बताया,''हम पारिवारिक मामलों पर फ़ोकस करते हैं क्योंकि उनमें समझौते का स्कोप ज़्यादा होता है. हम ये झगड़े अक्सर सुलझा भी देते हैं. ऐसा कम ही होता है जब बात तलाक़ तक पहुंचे.''वैसे तो महिला थाने में तैनात पुलिसकर्मियों को 'काउंसलिंग' की कोई पेशेवर ट्रेनिंग नहीं मिलती लेकिन उनका कहना है कि वो काम करते-करते ये चीज़ें सीख लेते हैं. इसी क्रम में महिला थानाध्यक्ष व महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त हेल्प डेस्क कर्मी के अथक प्रयास से पति-पत्नी के एक वैवाहिक जोड़े जिनके बीच चल रहे पारस्परिक परिवारिक विवाद से संबंधित समस्याओं को दोनों परिवारों को बैठाकर उनकी आपस में बातचीत कराई। बातचीत का सिलसिला चला तो उनके बीच के गिले शिकवे दूर हो गए और वे एक साथ रहने को फिर से राजी हो गए।

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