महाकुंभ पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तराखंड मंडपम का किया निरीक्षण और ज्ञान महाकुंभ में हुए शामिल
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी महाकुंभ पहुंचे, इसे आस्था का महासंगम बताया और पीएम मोदी-सीएम योगी की सराहना की।

जैनुल आब्दीन
प्रयागराज। धर्म, आस्था और आध्यात्म के भव्य संगम महाकुंभ 2025 में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को पहुंचे। उन्होंने इस आयोजन को आस्था और संस्कृति का महासंगम करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड मंडपम का निरीक्षण किया और प्रयागराज में आयोजित 'ज्ञान महाकुंभ' संगोष्ठी में भी शामिल हुए।
महाकुंभ को बताया आध्यात्मिक गौरव का प्रतीक
प्रयागराज पहुंचने पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा, "यह आस्था, श्रद्धा और संस्कृति का महासंगम है। करोड़ों श्रद्धालु यहां संगम स्नान कर रहे हैं, यह हमारे लिए सौभाग्य का क्षण है।" उन्होंने सनातन संस्कृति के इस महान आयोजन के लिए पीएम मोदी और सीएम योगी को धन्यवाद दिया और कहा कि यह महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक चेतना को एक नई ऊर्जा देने वाला है।
उत्तराखंड मंडपम का निरीक्षण और संतों से भेंट
मुख्यमंत्री धामी ने महाकुंभ परिसर में स्थित उत्तराखंड मंडपम का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने संतों और श्रद्धालुओं से संवाद किया और उत्तराखंड से आए तीर्थयात्रियों के अनुभवों को जाना।
उन्होंने कहा कि "उत्तराखंड और प्रयागराज का आध्यात्मिक संबंध सदियों पुराना है। गंगा हमारी संस्कृति की आधारशिला है और महाकुंभ के माध्यम से हम अपनी सनातन परंपराओं को और मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं।"
ज्ञान महाकुंभ में लिया हिस्सा
मुख्यमंत्री धामी ने सेक्टर 8 में आयोजित ज्ञान महाकुंभ में भी भाग लिया, जहां विद्वानों और संतों के साथ धर्म, ज्ञान और भारतीय संस्कृति के संरक्षण पर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने इस कार्यक्रम को सनातन ज्ञान परंपरा को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण मंच बताया।
राष्ट्र की उन्नति के लिए की प्रार्थना
मुख्यमंत्री धामी ने त्रिवेणी संगम तट पर मां गंगा, यमुना और सरस्वती का आशीर्वाद लिया और देश की समृद्धि और उन्नति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि "हम मां गंगा, यमुना और सरस्वती से प्रार्थना करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा भारत निरंतर विकास और प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ता रहे।"
महाकुंभ बना वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि महाकुंभ न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर बन चुका है। यहां आने वाले विदेशी श्रद्धालु भी भारतीय संस्कृति और सनातन परंपराओं की महिमा को देखकर प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने महाकुंभ को एक ऐतिहासिक और गौरवशाली आयोजन बताया, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए आध्यात्मिक चेतना का प्रेरणास्त्रोत बना रहेगा।
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