उत्तर प्रदेश सरकार ने #महाकुंभ2025 के लिए जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल को भेजा औपचारिक निमंत्रण
लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अनिल कुमार और अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री श्री दानिश आजाद अंसारी ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा से शिष्टाचार भेंट की और उन्हें प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 में आमंत्रित किया। इस भव्य धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक किया जाएगा।
महाकुंभ 2025: आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम : श्री अनिल कुमार ने उपराज्यपाल को बताया कि महाकुंभ 2025 न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करेगा। इस आयोजन में अनुमानित 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं, संतों, पर्यटकों और विभिन्न समुदायों के लोग शामिल होंगे। महाकुंभ का उद्देश्य मानवता, आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक एकता के उच्चतम आदर्शों को स्थापित करना है।
आधुनिक प्रबंधन और सुविधाओं के साथ होगा आयोजन : श्री अनिल कुमार ने महाकुंभ के आयोजन में विशेष प्रबंधन सुविधाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यह आयोजन अत्याधुनिक प्रबंधन प्रणालियों पर आधारित होगा। श्रद्धालुओं की हर आवश्यकता का ध्यान रखते हुए, क्षेत्र को डिजिटल मैपिंग से जोड़ा जाएगा, जिससे मार्गदर्शन में आसानी होगी। स्मार्ट पार्किंग स्थलों की स्थापना, 182 स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन, नई सड़कों का निर्माण, और आधुनिक निगरानी प्रणाली जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
इसके अतिरिक्त, महाकुंभ को स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया जाएगा, और हर घर-द्वार तक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। स्मार्ट टॉयलेट, स्वच्छ पेयजल व्यवस्था और 24 घंटे स्वच्छता सेवाएं सुनिश्चित की जाएंगी। डिजिटल महाकुंभ के माध्यम से श्रद्धालुओं को आधुनिक तकनीकी साधनों से कुंभ की गतिविधियों का अनुभव प्राप्त होगा।
सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक महाकुंभ 2025 : राज्यमंत्री श्री दानिश आज़ाद अंसारी ने कहा कि महाकुंभ 2025 न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक है। यह आयोजन सभी धर्मों, पंथों और जातियों के लोगों को एक मंच पर लाकर भारतीय समाज की बहुलवाद और समरसता को नया आयाम देगा।
उपराज्यपाल ने दी सकारात्मक प्रतिक्रिया : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा ने इस पावन निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की इस अनूठी पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ भारतीय समाज की बहुलतावादी संस्कृति को एक सूत्र में बांधने का एक महत्वपूर्ण अवसर है और यह वैश्विक समुदाय को भारतीय संस्कृति की गहरी धारा से अवगत कराने का एक अद्वितीय मंच है।
सरकार की प्रतिबद्धता : उत्तर प्रदेश सरकार इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। श्री अनिल कुमार ने उपराज्यपाल से अनुरोध किया कि वे इस महापर्व में अपनी उपस्थिति से इसकी गरिमा और महत्व को और बढ़ाएं, जिससे भारत की प्राचीन संस्कृति और परंपराओं को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान मिले।
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