महाकुंभ 2025: स्वच्छता में वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर एक और कदम
महाकुंभ 2025 में गंगा सफाई और 15,000 कर्मियों की स्वीपिंग ड्राइव से स्वच्छता का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने की ओर अग्रसर।

जैनुल आब्दीन
गंगा सफाई का विश्व रिकॉर्ड
शुक्रवार को मेला प्राधिकरण द्वारा आयोजित इस विशेष अभियान में राम घाट, भारद्वाज घाट और गंगेश्वर घाट पर सफाई अभियान चलाया गया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि इस पूरी प्रक्रिया को वेरिफाई कर जल्द ही इसका आधिकारिक प्रमाणपत्र जारी करेंगे। इस दौरान सफाई कर्मियों ने आधे घंटे तक गंगा घाटों को स्वच्छ किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
मेला प्राधिकरण की विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) आकांक्षा राना ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार यह पहल महाकुंभ को ग्लोबल इको-फ्रेंडली इवेंट के रूप में प्रस्तुत करने के लिए की गई है। उन्होंने कहा, "गंगा की निर्मलता और स्वच्छता हमारी प्राथमिकता है, और यह रिकॉर्ड उसी संकल्प का एक भाग है।"
शनिवार को 15,000 स्वच्छताकर्मियों का अभियान
शनिवार को मेला प्रशासन 15,000 सफाई कर्मियों के साथ सबसे बड़ी समन्वित सफाई गतिविधि (सिंक्रोनाइज्ड स्वीपिंग ड्राइव) का आयोजन करेगा। 2019 में 10,000 प्रतिभागियों के साथ बनाए गए पिछले रिकॉर्ड को इस बार तोड़ने की योजना है। इस अभियान का उद्देश्य महाकुंभ में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है।
गिनीज रिकॉर्ड के लिए गवाही और प्रमाणन
इस सफाई अभियान को प्रमाणित करने के लिए गिनीज बुक के प्रतिनिधियों के अलावा, पर्यावरणविदों और एमएनआईटी के प्रोफेसर्स को स्वतंत्र साक्षी (आई विटनेस) के रूप में बुलाया गया। अभियान की वीडियोग्राफी कर इसे रिकॉर्ड के रूप में प्रमाणित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
पर्यावरण संरक्षण का संकल्प
महाकुंभ में इस तरह के अभियानों का मुख्य उद्देश्य पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखना और पवित्र नदियों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। महाकुंभ-2025 के तहत चलाए जा रहे ये अभियान न केवल धार्मिक आयोजन का हिस्सा हैं, बल्कि समाज में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने का भी कार्य कर रहे हैं।
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