महाकुंभ में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, सनातन संस्कृति की दिव्यता से हुए अभिभूत

महाकुंभ पहुंचे सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने आयोजन की दिव्यता को अद्भुत बताते हुए इसे सनातन संस्कृति का गौरव कहा।

फ़रवरी 9, 2025 - 19:40
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महाकुंभ में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, सनातन संस्कृति की दिव्यता से हुए अभिभूत
महाकुंभ में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग

प्रयागराज। धर्म, आस्था और अध्यात्म के महासंगम महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं और संतों के बीच सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग पहुंचे। त्रिवेणी संगम की पावन धरती पर मुख्यमंत्री का उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने आत्मीय स्वागत किया।

महाकुंभ की भव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा से अभिभूत मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने इस आयोजन को सनातन परंपराओं की अखंड श्रद्धा और भारत की आध्यात्मिक चेतना से जुड़ने का अनुपम अवसर बताया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में संगम तट पर कल्पवासियों, संतों और असंख्य श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने इस पवित्र आयोजन को और भी दिव्य बना दिया है।

महाकुंभ सनातन संस्कृति की गौरवशाली परंपरा
मुख्यमंत्री तमांग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और सनातन परंपराओं का गौरवशाली प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से विश्वभर के श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा और दिव्यता का अनुभव मिलता है।

उन्होंने कहा कि महाकुंभ जैसी भव्य परंपरा को देखना एक दुर्लभ और अविस्मरणीय अनुभव है। यहां आकर वे स्वयं को आध्यात्मिक रूप से समृद्ध महसूस कर रहे हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं की भी सराहना की और कहा कि प्रयागराज में श्रद्धालुओं के लिए सुव्यवस्थित, सुरक्षित और दिव्य माहौल तैयार किया गया है।

त्रिवेणी संगम पर संतों और श्रद्धालुओं से मुलाकात
संगम तट पर मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने संतों और श्रद्धालुओं से भेंट कर उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आकर उन्हें सनातन संस्कृति की अद्भुत आध्यात्मिक शक्ति का अनुभव हुआ।

उन्होंने इस आयोजन को भारतीय सभ्यता और परंपराओं का उत्सव बताते हुए कहा कि महाकुंभ दुनिया को आध्यात्मिक शांति और ऊर्जा देने का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से इस पवित्र आयोजन में शामिल होकर आध्यात्मिक लाभ प्राप्त करने की अपील भी की।

महाकुंभ बना वैश्विक आध्यात्मिक आकर्षण
मुख्यमंत्री तमांग ने कहा कि महाकुंभ केवल भारत का नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के श्रद्धालुओं का आयोजन बन चुका है। यहां आने वाले विदेशी पर्यटक और श्रद्धालु भी सनातन परंपराओं से प्रभावित होते हैं और आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त करते हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि महाकुंभ 2025 एक ऐतिहासिक और भव्य आयोजन बनकर पूरी दुनिया में सनातन संस्कृति का संदेश देगा।

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