ज्योतिर्मठ शङ्कराचार्य ने किया सनातन संरक्षण परिषद् का गठन
प्रयागराज में परम धर्म संसद के दौरान उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती की अध्यक्षता में सनातन संरक्षण परिषद् का गठन हुआ। इसका उद्देश्य मंदिरों और मठों की सुरक्षा को सुदृढ़ करना है।
परम धर्म संसद का अगला सत्र 15 जनवरी को आयोजित होगा
प्रयागराज। उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी महाराज की अध्यक्षता में परम धर्म संसद के दौरान सनातन संरक्षण परिषद् (सनातन बोर्ड) का गठन किया गया। इस ऐतिहासिक कदम का उद्देश्य सनातन धर्म के मंदिरों, मठों, गुरुकुलों और गोशालाओं की सुरक्षा और प्रबंधन को सुदृढ़ करना है।
संसद का आयोजन संवत 2081 पौष शुक्ल चतुर्दशी के दिन हुआ। इस अवसर पर उत्तराखंड की बदरीश गाय के आगमन ने आयोजन को और भी पवित्र बना दिया। सनातन मान्यता के अनुसार, गाय में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है, और इस मौके पर इन्द्रदेव ने वर्षा के माध्यम से आशीर्वाद भी दिया।
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