तीरंदाजी प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ, युवाओं को मिलेगा निपुणता प्रमाण पत्र

प्रयागराज में कुलभास्कर आश्रम पी.जी. कॉलेज में तीरंदाजी प्रशिक्षण शिविर शुरू, 19 अप्रैल तक चलेगा, प्रतिभागियों को मिलेगा प्रमाण पत्र।

मार्च 20, 2025 - 20:20
 0  8
तीरंदाजी प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ, युवाओं को मिलेगा निपुणता प्रमाण पत्र
तीरंदाजी प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ, युवाओं को मिलेगा निपुणता प्रमाण पत्र

जैनुल आब्दीन

प्रयागराज। कुलभास्कर आश्रम पी.जी. कॉलेज में तीरंदाजी संघ प्रयागराज के तत्वावधान में एक माह का विशेष तीरंदाजी प्रशिक्षण शिविर शुरू हो गया है। इस शिविर का उद्देश्य युवाओं को तीरंदाजी की बारीकियों से अवगत कराकर उनकी खेल प्रतिभा को निखारना है। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. गीतांजलि मौर्य के मार्गदर्शन में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसे शारीरिक शिक्षा एवं योग विभाग के विभागाध्यक्ष और जिला तीरंदाजी संघ प्रयागराज के अध्यक्ष प्रो. पवन कुमार पचौरी के नेतृत्व में संचालित किया जा रहा है।

इस शिविर में कुलभास्कर आश्रम पी.जी. कॉलेज के लगभग 20 छात्र-छात्राओं ने अब तक अपना पंजीकरण करा लिया है। शिविर के दौरान प्रशिक्षित तीरंदाजी विशेषज्ञ रवि तिवारी प्रतिभागियों को तीरंदाजी के तकनीकी पहलुओं और व्यावहारिक अभ्यास की जानकारी दे रहे हैं। यह प्रशिक्षण शिविर 19 अप्रैल तक चलेगा, जिसके अंत में प्रतिभागियों को महाविद्यालय एवं जिला तीरंदाजी संघ प्रयागराज की ओर से प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।

जिला तीरंदाजी संघ प्रयागराज द्वारा यह अपने तरह का एक अनूठा प्रयास है, जिसका उद्देश्य भारत की प्राचीन खेल विरासत तीरंदाजी को पुनर्जीवित करना और इसे नई पीढ़ी तक पहुँचाना है। संघ की योजना है कि भविष्य में अन्य महाविद्यालयों में भी इस तरह के प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएं, जिससे युवा खिलाड़ियों को इस खेल में निपुणता प्राप्त करने का अवसर मिले।

संघ के अधिकारियों का मानना है कि इस प्रकार के शिविरों से न केवल युवाओं में तीरंदाजी के प्रति रुचि बढ़ेगी, बल्कि इस खेल को जिले और राज्य स्तर पर अधिक प्रतिस्पर्धात्मक रूप से आगे ले जाने में मदद मिलेगी। शिविर में शामिल छात्र-छात्राओं का कहना है कि उन्हें इस कार्यक्रम से बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है और यह उनके खेल करियर के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।

जिला तीरंदाजी संघ का लक्ष्य है कि प्रयागराज जिले में अधिक से अधिक युवाओं को तीरंदाजी की ओर आकर्षित किया जाए। इसके लिए आने वाले महीनों में अन्य कॉलेजों और संस्थानों में भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे, ताकि खेल प्रतिभाओं को सही दिशा दी जा सके।

संघ की इस पहल से न केवल खिलाड़ियों को नई दिशा मिलेगी, बल्कि प्रयागराज जिले को तीरंदाजी में एक नई पहचान भी मिलेगी। प्रशिक्षकों के अनुसार, यदि खिलाड़ियों को निरंतर उचित प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दिया जाए, तो आने वाले समय में प्रयागराज से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के तीरंदाज तैयार हो सकते हैं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow