मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर अधिवक्ताओं में आक्रोश
- बार के पूर्व कार्यवाहक महासचिव राजेश खरे ने बार को ज्ञापन सौंपकर मतदाता सूची सुधारने की उठाई मांग
- कहा, जिन अधिवक्ताओं ने आपत्ति दाखिल की है और सदस्यता शुल्क जमा किया है उन्हें भी सूची में जोड़ा जाए
जैनुल आब्दीन
प्रयागराज। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से 20 फरवरी को जारी की गई अंतिम प्रकाशित मतदाता सूची में बड़ी खामियां मिली हैं। इसे लेकर अधिवक्ताओं में भारी आक्रोश व्याप्त है।मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर शुक्रवार को बार के पूर्व कार्यवाहक महासचिव अधिवक्ता राजेश खरे की अगुवाई में तमाम अधिवक्ताओं ने बार एसोसिएशन को ज्ञापन सौंपकर मतदाता सूची को सुधारने की मांग की है। साथ ही अधिवक्ताओं ने मांग की है कि मतदाता सूची में जिन अधिवक्ताओं को नहीं शामिल किया गया है उन्हें भी शामिल किए जाने की मांग की गई है।
अधिवक्ता राजेश खरे ने बार के अध्यक्ष और महासचिव की अनुपस्थिति में संयुक्त सचिव प्रेस अमरेंदु सिंह को ज्ञापन देते हुए मांग की है कि जिन अधिवक्ताओं ने 31 जनवरी तक अपना एफिडेविट के माध्यम से सदस्यता शुल्क जमा किया है उनको मतदाता सूची में जोड़ा जाए तथा जो अधिवक्ता राज्य विधि अधिकारी मई 2023 तक थे तथा अन्य अधिवक्ताओं ने जिन्होंने 26 फरवरी तक बार एसोसिएशन कार्यालय में आपत्ति दाखिल कर अपना सदस्यता शुल्क जमा किया है उनका भी नाम मतदाता सूची में जोड़ा जाए। जिससे अधिक से अधिक अधिवक्ता मतदान कर सकें और चुनाव पारदर्शी तथा निष्पक्ष हो सके।
उन्होंने कहा कि महिलाओं की जो सूची जारी की गई है उसमें महिला मतदाता की फोटो की जगह पुरुष अधिवक्ता की फोटो लगा दी गई है। ऐसे एक दो अधिवक्ताओं की बल्कि सैकड़ों अधिवक्ताओं के नाम और फोटो गलत लगाई गई है। मांग की गई है कि सूची में जो गड़बड़ी है इसे अविलंब सुधारा जाए।
ज्ञापन देने वालों में अधिवक्ता राजेश खरे मनीष द्विवेदी बृजेश सिंह सेंगर सुधीर केसरवानी रवि नाथ तिवारी राजेंद्र कुमार राठौर डी एस मणि त्रिपाठी सुरेश कुमार मौर्य सुनील कुमार सहगल राजेश यादव डी के त्रिपाठी आदर्श चौधरी शिव बाबू मौर्य महावीर वर्मा बृजेश कुमार श्रीवास्तव राकेश कुमार सिंह राम दुलारे संतोष कुमार राव अर्जुन कुमार रोमिल गुप्ता धर्मेंद्र कुमार यादव अशोक कुमार सिंह आदि रहे।
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