महाकुंभ से पहले प्रयागराज को मिलेगा बायो-सीएनजी प्लांट, पर्यावरण और रोजगार में सुधार
प्रयागराज में यूपी का पहला बायो-सीएनजी प्लांट, किसानों और पर्यावरण को लाभ, साथ ही 200 रोजगार के अवसर।
प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रयागराज में यूपी के पहले बायो-सीएनजी प्लांट का निरीक्षण किया। इस प्लांट को प्रयागराज नगर निगम द्वारा अरैल क्षेत्र में स्थापित किया गया है। यह प्लांट सस्टेनेबल वेस्ट मैनेजमेंट और नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में एक बड़ा कदम है।
नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि यह प्लांट प्रतिदिन 21.5 मीट्रिक टन बायो-सीएनजी, 200 मीट्रिक टन जैविक खाद और 30 मीट्रिक टन ब्रिकेट का उत्पादन करेगा। इससे नगर निगम को सालाना 56 लाख रुपये की रॉयल्टी मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और जल्द से जल्द प्लांट संचालन शुरू करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, महापौर गणेश केसरवानी और नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे।
पर्यावरण और रोजगार को लाभ
इस प्लांट के संचालन से प्रतिवर्ष 56,700 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी, जिससे पर्यावरण को बड़ा फायदा होगा। इसके अलावा, जैविक खाद और बायो-सीएनजी शहर के विभिन्न उद्योगों और ग्राहकों के लिए उपयोगी साबित होगी।
रोजगार और किसानों को लाभ
पीपीपी मोड पर संचालित इस परियोजना से न केवल 200 लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि जैविक खाद और ऊर्जा स्रोतों के माध्यम से किसानों को भी आर्थिक लाभ होगा। इस पहल ने प्रयागराज को महाकुंभ 2025 के लिए तैयार करने की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाया है।
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