संस्कृति और कला का महाकुंभ: प्रवासी भारतीय सम्मेलन में जुटेंगे 50 देशों के प्रतिनिधि

ओडिशा में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में 50 देशों से भारतीय प्रतिनिधि शामिल होंगे, पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन।

जनवरी 7, 2025 - 15:28
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संस्कृति और कला का महाकुंभ: प्रवासी भारतीय सम्मेलन में जुटेंगे 50 देशों के प्रतिनिधि
संस्कृति और कला का महाकुंभ: प्रवासी भारतीय सम्मेलन में जुटेंगे 50 देशों के प्रतिनिधि

नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय और ओडिशा सरकार द्वारा बुधवार से तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 50 से अधिक देशों से प्रवासी भारतीय भाग लेंगे। इस खास आयोजन में संस्कृति, कला और भारतीय विरासत की झलक देखने को मिलेगी।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस आयोजन में प्रवासी भारतीयों के लिए विशेष टूरिस्ट ट्रेन 'प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस' को आकर्षण का मुख्य केंद्र बनाया गया है। यह ट्रेन तीन सप्ताह की अवधि में पर्यटकों को भारत के विभिन्न पर्यटन और धार्मिक स्थलों की यात्रा कराएगी।

सम्मेलन की प्रमुख झलकियां
यह कार्यक्रम 8 जनवरी को युवा प्रवासी भारतीय दिवस से शुरू होगा। 9 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद 10 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान करेंगी।

विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस वर्ष की थीम 'एक विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान' तय की गई है। कार्यक्रम के दौरान त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू वर्चुअल माध्यम से मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करेंगी।

प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस और प्रदर्शनियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में चार प्रमुख प्रदर्शनियों का उद्घाटन करेंगे। इन प्रदर्शनों में भारत के आध्यात्म, तकनीकी प्रगति, दुनियाभर में प्रवासी भारतीयों के योगदान और ओडिशा की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित किया जाएगा।

इनमें 'विश्वरूप राम - रामायण की सार्वभौमिक विरासत' प्रदर्शनी प्रमुख आकर्षण होगी, जो रामायण के कालातीत महाकाव्य को प्रस्तुत करेगी।

2025 के लिए पुरस्कारों की घोषणा
विदेश मंत्रालय ने 2025 के प्रवासी भारतीय पुरस्कार के लिए 23 देशों में रहने वाले 27 भारतीय प्रवासियों के नामों की घोषणा की है। यह पुरस्कार विदेश में रहने वाले भारतीयों के योगदान को मान्यता देने के लिए सर्वोच्च सम्मान है।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2003 में इस सम्मेलन की नींव रखी थी। इसका उद्देश्य प्रवासी भारतीय समुदाय को भारत की मुख्यधारा से जोड़ना और उनके ज्ञान एवं कौशल का लाभ उठाना है।

शाश्वत तिवारी

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