आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने परिवार संग किया संगम स्नान
आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने परिवार सहित महाकुंभ में संगम स्नान कर आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया।

जैनुल आब्दीन
"महाकुंभ में शामिल होना एक दिव्य अनुभूति"
संगम स्नान के बाद नारा लोकेश ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, "महाकुंभ का अनुभव जीवन में एक बार मिलने वाला अनमोल क्षण है, जहां करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का दिव्य स्पंदन महसूस किया जा सकता है।" उन्होंने आगे कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी अद्वितीय है।
आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया संगम तट
नारा लोकेश ने संगम स्नान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह स्थान अनंत आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर है। उन्होंने कहा, "आज संगम में पवित्र डुबकी लगाते हुए मैंने यहाँ की अद्भुत आध्यात्मिक शक्ति को महसूस किया। लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से यह भूमि दिव्यता से ओतप्रोत हो गई है। इस महायोग का हिस्सा बनकर मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूँ।"
परिवार सहित किया संगम स्नान
नारा लोकेश अपनी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ महाकुंभ पहुंचे थे। उन्होंने पूरे विधि-विधान से संगम स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। उनके आगमन पर महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत किया।
महाकुंभ: आस्था और संस्कृति का संगम
महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रमाण है। यहां आकर हर व्यक्ति स्वयं को आध्यात्मिक रूप से समृद्ध महसूस करता है। नारा लोकेश ने महाकुंभ की भव्यता की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन पूरे विश्व को भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का संदेश देता है।
उनके इस दौरे से महाकुंभ में श्रद्धालुओं का उत्साह और अधिक बढ़ गया। महाकुंभ 2025 में इस बार देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं और यह आयोजन हर किसी के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन रहा है।
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