मथुरा: भूगर्भीय जल संकट के समाधान के लिए सरकार की नई पहल, तालाबों का पानी प्यास बुझाएगा
मथुरा। मथुरा और वृंदावन के ग्रामीण क्षेत्रों में भूगर्भीय जल संकट और बढ़ती क्लोराइड-फ्लोराइड की समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार ने सतही जल स्रोतों से जल शोधन संयंत्र स्थापित करने की योजना बनाई है।
इस पहल के तहत अब गांवों को भूगर्भीय जल पर निर्भर रहने के बजाय, तालाबों और अन्य सतही जल स्रोतों से जल शोधन के बाद पीने योग्य पानी मिलेगा।
इस नई योजना के तहत, तहसील मांट के ग्राम बेरा में निर्माणाधीन जल शोधन संयंत्र का जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह और मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना ने निरीक्षण किया। इस मौके पर जल निगम (ग्रामीण) के अधिशासी अभियंता ने संयंत्र के लेआउट और निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी दी। जिलाधिकारी ने कार्य में तेजी लाने के लिए निर्देश दिए और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन करने के लिए भी पहल की, ताकि क्षेत्रवासियों को प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर मिल सकें।
जिलाधिकारी ने इस योजना को गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करने और प्रगति रिपोर्ट समय-समय पर मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से देने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि निर्माण कार्यों के दौरान आम लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न हो।
जल शोधन संयंत्र की स्थापना से गांवों में पानी की गुणवत्ता में सुधार होगा और ग्रामीणों को सुरक्षित और स्वच्छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
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