केरल के राज्यपाल ने पत्रकारों को महाभारत का संजय बताया

पत्रकार उसी तरह निष्पक्ष होकर अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं जैसे महाभारत में संजय ने किया था। आज के पत्रकारों को भी उसी संजय की तरह सच्चाई और निष्पक्षता का पालन करना चाहिए

अक्टूबर 6, 2024 - 21:38
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केरल के राज्यपाल ने पत्रकारों को महाभारत का संजय बताया

सुमित गोस्वामी

मथुरा। दो दिवसीय नेशनल कॉन्फेडरेशन का आयोजन रविवार को वृंदा आनंदम रिसोर्ट में हुआ, जिसमें केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। उन्होंने नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूजपेपर्स एंड न्यू एजेंसी एम्पलॉयीज ऑर्गेनाइजेशन की ओर से आयोजित इस राष्ट्रीय कार्यशाला का दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया और पत्रकारों की तुलना महाभारत के संजय से की। उन्होंने कहा कि पत्रकार उसी तरह निष्पक्ष होकर अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं जैसे महाभारत में संजय ने किया था। आज के पत्रकारों को भी उसी संजय की तरह सच्चाई और निष्पक्षता का पालन करना चाहिए। इस अवसर पर राज्यपाल ने देश भर से आए पत्रकारों के सवालों का उत्तर दिया।

इस्लाम और जिहाद पर विचार
एक सवाल के जवाब में आरिफ मोहम्मद खान ने स्पष्ट किया कि इस्लाम कभी भी जिहाद करने के लिए नहीं कहता। उन्होंने कहा कि कुरान या इस्लाम के अनुसार, जिहाद तब तक नहीं किया जा सकता जब तक आपके ऊपर अत्याचार न हो या आपको आपके घर से बाहर न निकाला जाए। कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए जिहाद का गलत इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने प्राचीन हिदाया किताब का भी उल्लेख करते हुए कहा कि जिस तरह से इस किताब में इस्लाम को पढ़ाया जा रहा है, वह केवल भारत और पाकिस्तान में सीमित है, और वे चालीस वर्षों से इसका विरोध कर रहे हैं।

मीडिया की चुनौतियों पर राज्यपाल की राय
राज्यपाल ने मीडिया की आज की चुनौतियों पर भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अगर मीडिया पक्ष में खबर दिखाए तो विपक्ष सवाल उठाता है, और अगर विपक्ष के पक्ष में खबर लगे तो पक्ष सवाल उठाता है। यह स्थिति कोई नई नहीं है, लेकिन लोकतंत्र और समाज की कल्पना मीडिया के बिना नहीं की जा सकती। उन्होंने मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि इसके बिना लोकतंत्र अधूरा है।

'एक देश, एक चुनाव' पर विचार
एक देश, एक चुनाव के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इसे लेकर कुछ लोग विरोध कर रहे हैं, लेकिन उनके तर्कों पर भी विचार किया जाना चाहिए। बार-बार चुनाव कराने से सरकारी कर्मचारियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, इसलिए इस पर पुनर्विचार की आवश्यकता है।

राजनीतिक विवादों पर टिप्पणी से इनकार
यूपी में दुकानों के नाम हिंदी में लिखने के मुद्दे पर उन्होंने राजनीतिक विवादों में पड़ने से मना करते हुए कहा कि इस विषय पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। वहीं, कोलकाता में राज्यपाल पर दिए गए बयानों के सवाल पर उन्होंने हल्के अंदाज में कहा, "बोलने वाले तो भगवान को भी नहीं छोड़ते, फिर गवर्नर की क्या बात है?"

तिरुपति के प्रसाद में मिलावट के सवाल पर
तिरुपति में प्रसाद में मिलावट को लेकर उठे सवालों पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जांच की जा रही है, इसलिए जल्दबाजी में निष्कर्ष निकालने से बचना चाहिए।

इससे पहले, मंच पर राष्ट्रीय अध्यक्ष आईएफडब्ल्यूजे के विक्रम राय, जनरल सेक्रेटरी विपिन डौलिया, नेशनल सेक्रेटरी संतोष चतुर्वेदी और इन्दुकांत दीक्षित ने पत्रकारों के हितों और महत्वपूर्ण मुद्दों पर एकजुटता से आवाज उठाई। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों जैसे कर्नाटक, गुजरात, असम, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, नागालैंड, राजस्थान, मेघालय, तमिलनाडु, केरल, पंजाब, ओडिशा, तेलंगाना, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, बिहार, दिल्ली, त्रिपुरा, गोवा, मणिपुर, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से आए पत्रकारों ने केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का स्वागत किया और उन्हें तस्वीरें, पटुका और अन्य उपहार भेंट कर सम्मानित किया। राज्यपाल ने सभी पत्रकारों का धन्यवाद किया और उनके योगदान की सराहना की।

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