महाकुंभ समापन: शिव मंदिरों में आस्था का सैलाब

महाकुंभ 2025 का समापन, महाशिवरात्रि पर शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद।

फ़रवरी 26, 2025 - 15:08
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महाकुंभ समापन: शिव मंदिरों में आस्था का सैलाब
महाकुंभ समापन: शिव मंदिरों में आस्था का सैलाब
महाकुभनगर: 

महाकुंभ समापन: शिव मंदिरों में आस्था का सैलाब

पावन त्रिवेणी के तट पर 45 दिनों से चल रहे महाकुंभ 2025 का समापन महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आस्था के सैलाब के साथ हुआ। अंतिम स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने संगम और गंगा-यमुना में पुण्य की डुबकी लगाई और शहर के विभिन्न शिव मंदिरों में भगवान भोले शंकर का जलाभिषेक किया।

महाकुंभ नगर में बने पौराणिक शिव मंदिरों में बाहर से आए श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा गया। मेला प्रशासन की ओर से मंदिरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। भगवान विष्णु का उपासना क्षेत्र प्रयागराज महाशिवरात्रि के महापर्व पर शिवमय हो गया। ब्रह्म मुहूर्त से ही शहर के सभी शिव मंदिरों में शिव भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है।

त्रिवेणी के तट पर चल रहे महाकुंभ का आखिरी पुण्य स्नान करके श्रद्धालु निकट के शिव मंदिरों में पहुंचे। सरस्वती घाट के निकट सिद्ध पीठ मनकामेश्वर में सुबह से लाखों लोगों ने जलाभिषेक किया। पुराणों में सृष्टि के प्रथम शिव मंदिर के रूप में उल्लेखित दारागंज के ब्रह्मेश्वर महादेव मंदिर में भी सुबह से भक्तों का तांता लगा रहा। मां गंगा में पवित्र स्नान कर शिव भक्त ब्रह्मेश्वर महादेव और शिवकुटी के कोटेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक कर रहे हैं। अरैल के विभिन्न घाटों में स्नान कर शिव भक्त निकट के सोमेश्वर महादेव मंदिर में भोले भंडारी का जलाभिषेक कर रहे हैं।

महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व पर 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम के पावन जल में पुण्य स्नान का प्रशासन का अनुमान है। श्रद्धालुओं का यह जन सैलाब पवित्र नदियों में स्नान कर सीधे शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए जा रहा है। इसे देखते हुए महाकुंभ प्रशासन ने शिवालयों में भारी सुरक्षा व्यवस्था की है। सभी प्रमुख शिव मंदिरों में पुलिस के साथ अर्धसैनिक बल भी तैनात किए गए हैं। श्रद्धालु पूरी व्यवस्था और सुगमता के साथ भगवान शिव का जलाभिषेक कर अपने-अपने गंतव्य स्थलों के लिए रवाना हो रहे हैं।

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