लोहिया संस्थान में डायलिसिस मशीन की छमता बढ़ी ,अब प्रतिदिन 12 से 13 मरीजों की होगी डायलिसिस
लखनऊ। अब लोहिया संस्थान में मरीजों को डायलिसिस के लिए लम्बा इंतजार नहीं करना होगा। हालांकि संस्थान प्रशासन ने इसकी छमता बढ़ा दी है। इससे मरीज के उपचार में आसानी होगी।

शुक्रवार को डॉ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ,हास्पिटल ब्लाक , हिमोडायलिसिस यूनिट मे महत्वपूर्ण सुधार किये गये जिनके परिणामस्वरूप रोगियों को बेहतर अनुभव हुए। जिसमें उपचार क्षमता दोगुनी हो गयी है,अब वहां प्रतिदिन 12--13 मरीजों की डायलिसिस हो सकेगी। संस्थान के निदेशक प्रो सीएम सिंह ने बताया अब हिमोडायलिसिस मशीनों की संखया 6 से बढकर 7 हो गयी है,भविष्य में और भी बढने की संभावना है । इसका परिचालन समय सुबह 8.00बजे से रात 8.00 बजे तक है जो मरीजो के लिए अधिक सुविधाजनक स्थिति है।
इस यूनिट में हाल मे पुनर्निर्माण द्वारा कुशल अपशिष्ट जल प्रबंधन प्रणाली का इन्तेजाम किया गया है जिसमें उचित जलनिकास प्रणाली एवम सेपटिक टैंक शामिल है। इसमे जल उपचार क्षमताओं को भी एक नये,उच्च क्षमता वाले आर ओ संयंत्र के साथ उन्नत किया है जो प्रति घन्टे 1000 लीटर पानी का उत्पादन करके न केवल हमारी वर्तमान आवश्यकताओं को पूरा करना है बल्कि पानी की महत्वपूर्ण बचत (लगभग 70%)भी कर्ता है।
उन्होंने कहा संस्थान के हास्पिटल ब्लाक परथम तल पर स्थित इस यूनिट के बुनियादी ढांचे मे उल्लेखनीय सुधार किए गये है ,बेहतर वेंटिलेशन होने से मरीजों एवम कर्मचारियों के लिए आरामदायक वातावरण भी है।समर्पित शौचालय और बैठने के लिए एक निर्दिष्ट क्षेत्र मरीजो के लिए सुकून एवम।सुविधाजनक है।
भविष्य मे पर्याप्त स्टाफ करने पर इस यूनिट का 24×7 परिचालन में परिवर्तित करने की योजना बना रहे है। यह विस्तारित सेवा मरीजों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है खासकर अस्पताल में भर्ती होते हैं ।
What's Your Reaction?






