आदिशक्ति त्रिपुर सुंदरी तथा मां बगलामुखी के सानिध्य में शास्त्रीय संगीत का आयोजन
संजय शुक्ला कानपुर - नाना राव घाट कैंट में आदिशक्ति त्रिपुर सुंदरी तथा मां बगलामुखी के सानिध्य में शास्त्रीय संगीत का आयोजन। देश के प्रसिद्ध प्रख्यात शास्त्रीय संगीतकारों ने भजनों तथा वाद्य यंत्रों के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
वसंतिक नवरात्रि समारोह 78 वर्ष का 155 व सत्र। नौ दिन तक चलने वाला नवरात्रि अर्चना कार्यक्रम । शतचंडी महायज्ञ की पूर्णाहुति कन्या पूजन भंडारा प्रसाद वितरण के साथ रात्रि जागरण आयोजित किया गया ट्रस्ट के अध्यक्ष हरि ओम शुक्ला शास्त्री ने बताया कि संगीत साधकों में ध्रुपद में विनोद द्विवेदी, आयुष द्विवेदी तथा पखावज में मनोज सोलंकी, विजय सिंह, अंतर्राष्ट्रीय तबला वादक राजकुमार त्रिपाठी, राघवेंद्र पाठक( भैरवी गायन)श्रीमती सपना बनर्जी,(जय जय महिषासुर मर्दिनी) कविता सिंह (बड़ी बाकी छवि न्यारी मेरी मां) श्रीमती के बासू तथा उनकी टीम द्वारा कृष्ण वंदना, महामाया, नीमा त्रिपाठी (नौ दिन का त्यौहार है आया, मोर मैया हिराई गई) रितु भार्गव ने मां दुर्गा उपासना शास्त्रीय तानपुरा, नरेंद्र कुमार शर्मा ने कृष्णा के भजनों द्वारा, गरिमा पांडे (माधव मुरारी घनश्याम) बीना पांडे लोकगीत, प्रोफेसर सुषमा बाजपेई, हरीश झा तबला वादक, ऋषि राज , संध्या श्रीवास्तव,ने अपनी मधुर वाणी से सभी को मंत्र मुक्त कर दिया।
विद्या राज राजेश्वरी ललितांबा ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मलीन शीतलानंद नाथ स्वामी जी का 102 वर्ष की अवस्था में स्वर्गवास होने के उपरांत पंडित हरिओम शास्त्री ने कार्यभार संभाला। करपात्री जी महाराज द्वारा पोषित भूमि शक्ति का केंद्र है। 1947 से नवरात्र के दोनों सत्रों में शतचंडी महायज्ञ एवं रात्रि कालीन अष्टमी में रात्रि संगीतांजलि का आयोजन होता चला रहा है। कार्यक्रम में महंत अरुण चैतन्य पुरी, भाजपा लोकसभा प्रत्याशी रमेश अवस्थी, नरेश चंद्र त्रिपाठी,, रविंद्र द्विवेदी, के डी मिश्रा, शिवेश मिश्रा,संजय त्रिवेदी, राजीव रस्तोगी, आचार्य प्रमोद तिवारी , संतु श्रीवास्तव, संध्या, हरिशंकर, कुमकुम, दीपू शुक्ला पार्षद विकास जायसवाल,, थानाध्यक्ष कैंट, आदि रहे मौजूद। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कृष्ण मोहन त्रिपाठी ने किया
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