श्रीमद् भागवत कथा सुनने से मिलती है पवित्रता , सनातनियों को एक दूसरे की मदद करनी चाहिए : पंडित शिवाकांत महाराज
छतरपुर । छतरपुर के ईशा नगर में अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित शिवाकान्त जी महाराज के द्वारा चल रही साप्ताहिक श्री मद भागवत महापुराण की कथा में व्यास जी ने माखन चोरी के प्रसंग में बताया कि माखन ही लोभ है ब्रज गोपिकाओं के अंदर काम क्रोध लोभ मोह मद मच्छर अहंकार रूपी जो विकार थे उन्हें माखन के रूप में चुरा कर के उन्हें जन्म जन्मांतर के लिए पवित्र कर दिया कालिया मर्दन के प्रसंग में महाराज जी ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने गेंद के बहाने कालिया नाग को यमुना जी से निकालकर यमुना जी को पवित्र कर दिया ठीक इसी प्रकार संत विद्वान अपने कथा एवं प्रवचन के माध्यम से मनुष्य के अंदर बैठे हुए विकार रूपी विषैले सर्प को निकाल कर उन्हें हमेशा के लिए पवित्र कर देते हैं अब विदेशी भी भारतीय सनातन संस्कृति से जुड़ना चाहते हैं क्योंकि भारतीय सनातन संस्कृति में उनको सुख एवं आनंद की अनुभूति होती है लेकिन कुछ भारतीय विदेशी संस्कृति को अपनाने में होड़ लगा रहे हैं जो कि गलत है सात साल की अवस्था में भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर ब्रज वासियों की रक्षा की हम सनातनियों को भी चाहिए कि एक दूसरे की मदद करने की आदत डालें
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