मकान को कब्जे को लेकर पीड़ित ने लगाई न्याय की गुहार
संजय शुक्ला
कानपुर - बनिया पुरवा मे एक वार्ता के दौरान सिपाही लाल निषाद ने बताया कि चिरंजू व उसके दोनों लड़के शालू व सौरभ एवम् मुस्तफी आदि लोगों ने सिपाही लाल निषाद की दुकान से 15 बोरी सीमेंट चोरी कर गायब करके कीमती दस्तावेज मेज व कुर्सी की तोड़ फोड़ कर टेबल कमरे के बाहर फेक दी
अपने ही घर और दुकान में न घुस पाने से परेशान नवाबगंज थाना क्षेत्र स्थित गंगा बैराज रोड़ खेयोरा कटरी निवासी सिपाही लाल निषाद जब दबंग चिरंजू और उनके साथियों के खिलाफ शिकायत करने नवाबगंज थाने पहुंचा तो पुलिस ने उसे डपट कर भगा दिया। परेशान सिपाही लाल निषाद ने बताया कि उसने यह मकान एक माह पूर्व गांव के ही ज्ञानचंद मिस्त्री से खरीदा था जिसके लिखित दस्तावेज भी उसके पास हैं बावजूद इसके गांव के दबंग चिरंजू उस भवन/मकान को अपना बताकर दबंगो की मदद से उसे अंदर नहीं जाने दे रहे।
सिपाही लाल ने बताया कि लगभग 22 वर्ष पूर्व चिरंजू ने इस जगह को ज्ञानचंद मिस्त्री को बेचा था।उसके बाद ज्ञानचन्द्र ने 2 कमरे व बरामदे बनवाए थे जिसे हाल में ही उन्होंने ज्ञानचन्द्र से इस भवन को खरीदा है इस बात के प्रमाण पत्र के अलावा गांव के कई लोग भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं बावजूद इसके पुलिस उनकी फरियाद नहीं सुन रही। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस भी दबंगों से मिली हुई है। अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह जिला प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष न्याय की गुहार लगाएंगे।
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