देश के सबसे बड़े भव्य इंडिया jewelry shopping फेस्टिवल (आईजेएसएफ) का आयोजन
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय लखनऊ। रत्न और आभूषण उद्योग की शीर्ष संस्था ऑल इंडिया जेम एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल (जीजेसी) देश के सबसे बड़े और अनूठे इंडिया ज्वैलरी शॉपिंग फेस्टिवल (आईजेएसएफ) का आयोजन करने जा रही है। इसमें देश भर में सोने के आभूषणों की बिक्री को बढ़ाने के लिए बी2बी और बी2सी की वैल्यू चेन शामिल है। आईडीटी जेमोलॉजिकल लेबोरेटरीज वर्ल्डवाइड इंडिया ज्वैलरी शॉपिंग फेस्टिवल (आईजेएसएफ) का टाइटल पार्टनर है।

आगामी इंडिया ज्वैलरी शॉपिंग फेस्टिवल को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह न केवल आभूषण व्यापार को बढ़ाएगा बल्कि साथ ही ज्वैलर्स और उनके उच्च गुणवत्ता वाले आभूषणों में ग्राहकों का भरोसा और विश्वास बहाल करने में सहायक सिद्ध होगा। इससे आभूषणों को एक सुरक्षित और टिकाऊ निवेश के विकल्प के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी। इससे समग्र रूप से सामाजिक सुरक्षा की भावना की वृद्धि में योगदान भी मिलेगा।
होलसेलर, मैन्युफैक्चरर्स, रिटेलर्स को इस योजना में भाग लेने के लिए नामांकन करना होगा। उन्हें अपनी चुनी हुई मेंबरशिप सब्सक्रिप्शन के आधार पर जीजेसी से मुफ्त उपहार वाउचर मिलेंगे। ये वाउचर उपभोक्ताओं को दिए जाएंगे। ₹25,000 रुपये या उससे अधिक की हर खरीदारी पर उपभोक्ताओं को एक वाउचर दिया जाएगा।
इस योजना में ग्राहक को प्राप्त होने वाले प्रत्येक मानार्थ उपहार वाउचर के आधार पर सुनिश्चित पुरस्कार देना शामिल है, ये वाउचर उपभोक्ताओं को अलग से आयोजित की जाने वाली आवधिक चयन प्रक्रियाओं में भाग लेकर उन्हें अतिरिक्त पुरस्कार के हकदार बनाते हैं। इसकी चयन प्रक्रिया जीजेसी द्वारा निर्धारित 5,000 कूपन के सेट पर आधारित होगी। एक सुनिश्चित उपहार के रूप में, ग्राहकों को भारत के 75 साल के अमृत महोत्सव को समर्पित एक सीमित संस्करण चांदी का सिक्का प्राप्त होगा। इसके अलावा, एक निश्चित तिथि और समय पर राष्ट्रीय स्तर की अंतिम चयन प्रक्रिया आयोजित होगी। आईजेसएसएफ का लक्ष्य इस योजना के माध्यम से 5 मिलियन उपभोक्ताओं तक पहुंचना है।
फेस्टिवल के दौरान प्राप्त राजस्व का लगभग 35-38% पुरस्कार के रूप में दिया जाएगा और लगभग 40% मीडिया और मार्केटिंग के लिए आवंटित किया जाएगा। जीजेसी ने ईवाई को डेटा गोपनीयता की गारंटी सुनिश्चित करने और पुरस्कारों के लिए निष्पक्ष चयन प्रक्रिया के लिए सलाहकार के रूप में चुना है। इस प्रक्रिया की देखरेख के लिए भी स्वतंत्र और निष्पक्ष व्यक्तियों को नियुक्त किया गया।
आईजेएसएफ डिजिटल रूप से जारी किए गए प्रत्येक कूपन के साथ निश्चित उपहार के रूप में चांदी के सिक्कों के सीमित संस्करण की खरीद करने जा रहा है। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से सम्पन्न होगी। पुरस्कार की एक अन्य श्रेणी पीरियोडिकल ड्रा के रूप में 5,000 कूपन के प्रत्येक सेट पर 25 ग्राम सोने का सिक्का रखा गया है। बंपर पुरस्कार श्रेणी में, आयोजकों ने एक किलो सोने के पांच पुरस्कार प्रस्तावित किए हैं, जिनमें से एक पुरस्कार राष्ट्रीय स्तर के लिए और चार क्षेत्रीय स्तर के लिए निर्धारित किए गए हैं।
जीजेसी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच हासिल करने के लिएप्रचार के हिस्से के रूप में आईजेएसएफ प्रमोशन के दौरान में भारत के 8 शहरों में प्रदर्शनियों का आयोजन कर रहा है। इन प्रदर्शनियों के लिए 60 असाधारण भारतीय आभूषणों का अधिग्रहण या निर्माण किया जाएगा। इन आभूषणों में से इतिहासकार भारत की शिल्प कौशल, विरासत, कला और संस्कृति को प्रदर्शित करने वाले 30 आभूषणों का चयन करेंगे। शेष 30 पीस जेनरेशन- जेड पीढ़ी की आकांक्षाओं और बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए आधुनिक ज्वैलरी स्टाइल को दर्शाएंगे। इंडस्ट्री के शीर्ष डिजाइनर इन डिजाइनों का गढ़ेंगे, जिन्हें भारतीय कौशल से तैयार किया जाएगा। प्रदर्शनी में आने वाले लोगों को प्रदर्शित आभूषणों के बारे में पर्याप्त जानकारी मिलेगी।
• इस योजना अवधि के दौरान कला, संस्कृति और विरासत के आभूषणों के 30 पीसेज की नीलामी भी की जाएगी। नीलामी से प्राप्त आय का उपयोग भारत सरकार द्वारा किए जा रहे सामाजिक पहल के कार्यक्रमों के लिए किया जाएगा।