पीजीआई में आज मनाया जाएगा अंतरराष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस
शुभम कश्यप लखनऊ। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के मेडिकल जेनेटिक्स विभाग व थैलेसीमिया सोसाइटी बुधवार को संस्थान परिसर के श्रुति सभागार में अंतर्राष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस मनाया जायेगा। थैलेसीमिया एक सामान्य आनुवांशिक विकार है, जहां व्यक्ति में जन्म से ही रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करने की क्षमता क्षीण होती है और रोगी को आजीवन सप्ताह में दो से चार बार रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है तथा शरीर से आयरन को हटाने के लिए अतिरिक्त दवाओं पर निर्भर रहता पड़ता है। 1-1.5 लाख प्रभावित व्यक्तियों के साथ, विश्व में थैलेसीमिया रोगियों की अधिकतम संख्या भारत में है।
संस्थान का मेडिकल जेनेटिक्स विभाग, थैलेसीमिया मेजर के वाहक का पता लगाने और प्रसवपूर्व निदान के साथ आनुवंशिक निदान और नियमित रक्ताधान की सुविधाएं विकसित करने वाले उत्तर प्रदेश के पहले केंद्रों में से एक रहा है। मेडिकल जेनेटिक्स और ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग 3 दशकों से अधिक समय से थैलेसीमिया रोगियों को रक्त आधान और सहायक देखभाल प्रदान कर रहे है, जिसमें प्रभावित परिवारों से रक्तदान की न्यूनतम आवश्यकता होती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा वित्त पोषण से मरीजों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है, जिससे उनका आर्थिक बोझ कम होता है।
मरीजों, उनके परिवारों और चिकित्सकों की प्रतिबद्धता ने उनकी चिकित्सा और देखभाल की दिशा में प्रेरणादायक परिणाम दिखाए हैं। पिछले कुछ वर्षों में बेहतर प्रबंधन की उपलब्धता के साथ, रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। मेडिकल जेनेटिक्स विभाग में 400 से अधिक थैलेसीमिया रोगी नियमित रूप से निगरानी में हैं। उनमें से कई अच्छी शिक्षा और नौकरियों के साथ अपने जीवन में अच्छा कर रहे हैं और समाज में सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं। थैलेसीमिया सोसाइटी, लखनऊ दो दशकों से अधिक समय से लगातार काम कर रही है और परिवारों को वित्तीय और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान कर रही है।
अंतर्राष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस, 2024 की थीम है: "जीवन को सशक्त बनाना, प्रगति को अपनाना: सभी के लिए थैलेसीमिया का न्यायसंगत और सुलभ उपचार"।
यही संदेश फैलाने के लिए 8 मई 2024 को थैलेसीमिया से ग्रस्त रोगी, उनकी देखभाल करने वाले और चिकित्सक संस्थान में एकत्रित होंगे। थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चे और वयस्क, जिनमें से कुछ 30 वर्ष से अधिक आयु के हैं, उत्साह और सकारात्मकता का संचार करने के लिए समारोह में प्रतिभागिता करेंगे। इस बीमारी से पीड़ित उन सभी व्यक्तियों को सम्मानित किया जायेगा, जिन्होंने अपने जीवन में मुकाम हासिल किये हैं।
संस्थान के निदेशक, डॉ. आर. के धीमन और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के उप महाप्रबंधक डाक्टर ए बी सिंह के आशीर्वाद से इस कार्यक्रम के द्वारा थैलेसीमिया रोगियों को उपचार की दिशा में जागरूक किया जायेगा। कानपुर और गोरखपुर जैसे शहरों के थैलेसीमिया सोसायटी के संयोजक भी दिन-प्रतिदिन के प्रबंधन में अपने अनुभव साझा करेंगे और विभिन्न क्षेत्रों में शैक्षिक और अन्य उपलब्धि हासिल करने वाले थैलेसीमिया योद्धाओं को सम्मानित किया जाएगा
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