अनवारे मदीना कॉन्फ्रेंस में 28 हाफिजे कुरान का हुआ सम्मान
प्रयागराज में मदरसा जामिया अरबिया के वार्षिक जलसे में 28 हाफिजे कुरान छात्रों को दस्तारबंदी और प्रमाण पत्र से नवाजा गया।

जैनुल आब्दीन
प्रयागराज: शहर के मदरसा जामिया अरबिया तालीमुल इस्लाम, कोहना फूलपुर में 52वें वार्षिक जलसे का आयोजन बड़े उत्साह के साथ किया गया। इस खास मौके पर 28 हाफिजे कुरान छात्रों को दस्तारबंदी कर सम्मानित किया गया और प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। इस धार्मिक समागम में उलमा-ए-एकराम के प्रेरणादायक बयान और शायरों द्वारा नात शरीफ पेश की गई, जिसे सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।
शिक्षा के नए आयामों पर जोर
जलसे में आए मौलाना मुफ्ती नईम अख्तर ने छात्रों को मदरसा शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हाफिज और आलिम बनने के साथ-साथ बच्चों को डॉक्टर और इंजीनियर भी बनना चाहिए ताकि वे समाज के हर क्षेत्र में योगदान दे सकें।
वहीं, मौलाना सैय्यद मियां साहब ने अपने बयान में शिक्षा की अहमियत को रेखांकित करते हुए कहा कि समाज में फैली गुमराही और बुराइयों को सिर्फ शिक्षा के माध्यम से ही दूर किया जा सकता है।
इस्लामिक एकता और भाईचारे का संदेश
हजरत मौलाना कारी अय्यूब ने अपने भाषण में अल्लाह और रसूल के आदेशों का पालन करने और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने की पुरजोर अपील की। इस मौके पर शायरों ने नबी की शान में नात शरीफ पेश की, जिससे जलसे का माहौल और भी रूहानी हो गया।
28 छात्रों को मिला सम्मान
जलसे के मुख्य आकर्षण में से एक रहा 28 हाफिजे कुरान छात्रों की दस्तारबंदी। इन छात्रों को सम्मानपूर्वक सर्टिफिकेट और दस्तार (पगड़ी) पहनाकर सम्मानित किया गया।
दुआओं के साथ हुआ समापन
कार्यक्रम के अंत में देश में अमन-चैन और आपसी भाईचारे की दुआ की गई। इस अवसर पर मदरसा के प्रबंधक हाजी अनीश अहमद सिद्दीकी ने आए हुए सभी मेहमानों का धन्यवाद किया। साथ ही, प्रधानाचार्य मोहम्मद आदिल हुसैन, अध्यापक मोहम्मद मोनिश, मौलाना शाकिर, मौलाना असलम, कारी जुनैद अख्तर, कारी अब्दुल हाफिज ने भी सभी अतिथियों का स्वागत किया।
धार्मिक समागम में उमड़ा जनसैलाब
इस सालाना जलसे में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और इस्लामिक ज्ञान, भाईचारे और शिक्षा के महत्व को समझने का अवसर प्राप्त किया।
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