स्वर्णिम भारत ज्ञान कुंभ: झांकियां और राजयोग का अद्भुत संगम
महाकुंभ में ब्रह्माकुमारीज द्वारा आयोजित स्वर्णिम भारत पंडाल की झांकियां और राजयोग शिविर बने दर्शकों के आकर्षण का केंद्र।

महाकुंभ नगर। महाकुंभ 2025 में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा सेक्टर 7 में आयोजित "स्वर्णिम भारत ज्ञान कुंभ" पंडाल, श्रद्धालुओं और दर्शकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बन गया है। यहां आत्म परिवर्तन से विश्व परिवर्तन का संदेश देने वाली सुंदर झांकियां, लेजर शो और राजयोग का व्यावहारिक अनुभव विशेष रूप से लोगों को आकर्षित कर रहा है।
पंडाल में 25 फीट ऊंची चैतन्य देवियों की झांकी, जो प्रतिदिन शाम 5 से 9 बजे तक दिखाई जाती है, विदेशी और देशी दर्शकों का ध्यान खींच रही है। कनाडा, रूस, जापान जैसे देशों से आए तीर्थ यात्रियों ने लक्ष्मी-नारायण, सतयुग, और श्रीकृष्ण के बाल रूप की झांकियों की प्रशंसा की।
इस आयोजन में कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी हिस्सा लिया। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, और सांसद उज्जवल रमण सिंह सहित कई प्रशासनिक और धार्मिक हस्तियां झांकियों का अवलोकन करने पहुंचीं। सांसद उज्जवल रमण सिंह ने ब्रह्माकुमारीज की प्रशंसा करते हुए कहा कि मातृशक्ति से प्रेरित यह पंडाल समाज में बड़ा परिवर्तन लाने की क्षमता रखता है।
पंडाल में चलाए जा रहे त्रिदिवसीय राजयोग शिविर में लोगों को आत्मिक शांति और सकारात्मक विचारधारा का अनुभव कराया जा रहा है। पंडाल संयोजिका मनोरमा दीदी ने बताया कि यह शिविर निःशुल्क है और लोगों के लिए एक आध्यात्मिक यात्रा का माध्यम बन रहा है। महाकुंभ में स्वर्णिम भारत पंडाल, अध्यात्म, आस्था और अनुभव का अद्भुत संगम प्रस्तुत कर रहा है, जो हर दर्शक को प्रेरित कर रहा है।
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