बाई का बाग दुर्गा पन्डाल के थाईलैंड के पारम्परिक भवन ने मनमोहा
दुर्गा पन्डाल के थाईलैंड के पारम्परिक भवन ने मनमोहा
प्रयागराज। बाई का बाग दुर्गा पूजा पंडाल का एक अपना ऐतिहासिक महत्व हैं।इस वर्ष कमेटी 97वर्ष मना रही है।इस बार का पंडाल सजावट पूरी तरह से नगर में अद्वितीय है ।पूरे पंडाल की सजावटआसाम से मंगवाए गए विशेष प्रकार के बास लकड़ी से लगभग 40 कोलकाता से आए कारीगरों द्वारा 3 महीने की अथक परिश्रम के बाद एकदम अलग स्वरूप में दिखाई पड़ रहा हैं।पंडाल में प्रवेश करते ही थाईलैंड के पारंपरिक भवन का आभास होगा जहां से इस कला का उदय हुआ हैं।बहुत बारीक सूक्ष्म कलाओं को देखकर भाव विभोर आश्चर्यचकित रह जाएंगे।
मां दुर्गा वह अन्य देवी देवताओं के मस्तक पर धारण किए हुए मुकुट पर ब्रह्मा विष्णु महेशका साक्षात दर्शन होगा।कार्यवाहक अध्यक्ष लालू मित्तल ने बतायाकी 4 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में अनेक खाने-पीने के स्टॉल मनोरंजन एवं अनेक शहरों से अनेक स्टॉलल गाए गए हैं।कमेटी के सभी सदस्यों ने दिन-रात कीमेहनत से निर्मित भव्य पंडाल एवं मूर्ति का दर्शन करनेके लिए पधारने की अपील की हैं। इसमें प्रमुख रूप से अध्यक्ष सुशील लहरी अन्य कार्यवाहक अध्यक्ष राजू द्विवेदी,टीपी मिश्रा, सचिव रत्नेश पांडे,पवन शुक्ला,चिक्की जैनआदि समस्त पदाधिकारी एवं समस्त बाई का बाग का बाग मोहल्ला निवासी गण शामिल हैं।
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