सामूहिक विवाह में दिव्यांग जोड़ों ने रचाई अनूठी शादी, मिला सरकारी सहयोग
कानपुर में दिव्यांग सामूहिक विवाह समारोह आयोजित, पांच जोड़ों ने शादी की, सरकार ने दी आर्थिक सहायता और उपयोगी उपकरण।

विवाह समारोह में सामाजिक सहयोग और आशीर्वाद
समारोह में डॉ. ऊषा पुरी ने नवविवाहित जोड़ों को दहेज स्वरूप गृहस्थी का सामान, कपड़े और अन्य आवश्यक वस्तुएँ प्रदान कीं, ताकि वे अपने नए जीवन की शुरुआत सुगमता से कर सकें। कार्यक्रम में जिला दिव्यांग सशक्तिकरण अधिकारी विनय उत्तम, विजय कपूर, डॉ. ऊषा पुरी और हृदेश सिंह सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे और नवदम्पतियों को आशीर्वाद दिया। विवाह संस्कार को विधि-विधान से पं. सत्यकेतु शास्त्री और पं. आदित्य आर्या ने संपन्न कराया।
विकलांग एसोसिएशन का योगदान
विकलांग एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि संस्था अब तक 613 दिव्यांग जोड़ों का विवाह कराकर उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान कर चुकी है। इस आयोजन के माध्यम से दिव्यांग जनों को समाज में समान अधिकार और मान-सम्मान देने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया गया।
इन जोड़ों ने बंधी शादी के पवित्र बंधन में
इस विवाह समारोह में विभिन्न दिव्यांग व्यक्तियों ने अपने जीवन साथी के साथ परिणय सूत्र में बंधकर नई जिंदगी की शुरुआत की:
विशाल वर्मा (मूक-बधिर) और मोहिनी (मूक-बधिर)
वीरेन्द्र (नेत्रहीन) और पूजा (पैर से दिव्यांग)
राहुल विश्वकर्मा (पैर से दिव्यांग) और सोन बाला (पैर से दिव्यांग)
सुधीर कठेरिया (हाथ से दिव्यांग) और सोनम
राहुल कुमार और रागिनी (हाथ से दिव्यांग)
सशक्तिकरण की दिशा में सार्थक पहल
दिव्यांग व्यक्तियों के लिए इस तरह के सामूहिक विवाह न केवल उन्हें सामाजिक स्वीकृति दिलाने का माध्यम हैं, बल्कि उनके आत्मनिर्भरता के सफर में भी सहायता प्रदान करते हैं। सरकार और समाज के सहयोग से इन नवविवाहित दंपतियों को बेहतर भविष्य मिल सकेगा।
इस अवसर पर वीरेन्द्र कुमार, कमलेश कुमार, हरिलाल भारती और मधु सिंह सहित कई समाजसेवी भी मौजूद रहे और इस आयोजन की सराहना की। इस प्रेरणादायक सामूहिक विवाह समारोह ने दिव्यांगजनों के सम्मान और समानता की दिशा में समाज को एक नई सोच दी।
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