आईडीए द्वारा गाइडेड सर्जरी पर राष्ट्रीय कार्यशाला संपन्न
आईडीए कानपुर द्वारा पहली बार गाइडेड डेंटल इंप्लांट तकनीक पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन, सैकड़ों चिकित्सक लाभान्वित।

कानपुर। डेंटल चिकित्सा क्षेत्र में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में इंडियन डेंटल एसोसिएशन (IDA) कानपुर शाखा द्वारा रविवार को एकदिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला एवं सेमिनार का आयोजन किया गया। यह आयोजन होटल प्रिस्टिन में हुआ, जहां देशभर से आए दंत चिकित्सकों ने भागीदारी की।
कार्यशाला का मुख्य आकर्षण दक्षिण कोरिया की प्रतिष्ठित इंप्लांट कंपनी 'डेंटिस' की टीम रही, जिसने कंप्यूटर-गाइडेड डेंटल इंप्लांट सर्जरी के नवीनतम तकनीकों पर डेमो और प्रशिक्षण दिया। इस प्रक्रिया के तहत जबड़े की हड्डियों में कंप्यूटर की सहायता से अत्यंत सटीकता के साथ इंप्लांट लगाया जाता है, जिससे मरीजों को दर्द रहित और प्रभावी इलाज मिल सके।
डॉ गौरव मुंजाल ने कार्यशाला के दौरान इंप्लांट लगाने में आने वाली जटिलताओं और उनके समाधान पर विस्तार से चर्चा की, वहीं डॉ कपिल चौहान ने लाइव वर्कशॉप के जरिए गाइडेड सर्जरी की बारीकियों को समझाया।
आईडीए कानपुर के अध्यक्ष डॉ अवधेश तिवारी ने बताया कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के कारण अब 80-90 वर्ष की उम्र में भी, बीपी और डायबिटीज से पीड़ित लोग भी इंप्लांट के जरिए फिर से जवानी जैसे दांत पा सकते हैं।
आईडीए सचिव डॉ सौरभ सिंह ने बताया कि कानपुर में पहली बार इस प्रकार की अत्याधुनिक गाइडेड सर्जरी पर राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला आयोजित हुई है, जिससे सैकड़ों डेंटल प्रोफेशनल्स को अपग्रेडेड टेक्नोलॉजी सीखने का अवसर मिला।
कार्यक्रम के सीडीई कन्वीनर डॉ अभिनव मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष और भी कई ऐसे सेमिनार्स और कार्यशालाएं आयोजित करने की योजना बनाई गई है, ताकि डेंटल सेक्टर में निरंतर नवाचार होता रहे।
इस कार्यशाला में महाराणा प्रताप डेंटल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ मीतू अग्रवाल और रामा डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आशीष साहनी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इनके अलावा कई प्रतिष्ठित डेंटिस्ट्स जैसे डॉ ए के मेहरोत्रा, डॉ वाई सी मिश्रा, डॉ जयपुरिया, डॉ पी के वर्मा, डॉ गौरी मिश्रा, डॉ अनुज गुप्ता, एवं डॉ जगवीर सलूजा (आगामी अध्यक्ष) ने भी कार्यशाला में सहभागिता की।
पूर्व अध्यक्ष डॉ श्रवण सिंह, डॉ प्रणव ठाकुर, कोषाध्यक्ष डॉ अमित मिश्रा, डॉ शिव कुमार चौहान, डॉ अंकित मेहरोत्रा, डॉ मानस शुक्ला, डॉ ईरा गुप्ता, डॉ रोहित गुप्ता, डॉ विशाल अरोड़ा, डॉ सरदार सिंह यादव, डॉ चेतन गांधी, डॉ स्वर्णदीप, डॉ अभिनव कुशवाहा, डॉ राहुल तांगड़ी, डॉ विनय पटेल, डॉ पीयूष वैश्य, डॉ वरुण गुप्ता, डॉ सिद्धार्थ पांडेय, डॉ अनिमेष सिंह, डॉ अनन्या सिंह, डॉ नाजिया कदीर, डॉ अमिताभ गोयल, तथा मोहम्मद एजाज आदि गणमान्य चिकित्सकों की उपस्थिति से कार्यक्रम गौरवमयी रहा।
निष्कर्षतः, यह कार्यशाला कानपुर में डेंटल साइंस के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत का संकेत देती है, जिससे मरीजों को आधुनिक, सुरक्षित और प्रभावी उपचार की सुविधा मिल सकेगी।
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