बिना वजन कम किए कंट्रोल नहीं हो सकता है बीपी: डा.रंजन
( जैनुल आब्दीन) प्रयागराज। एएमए (इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन) की ओर से आज रविवार को आईएमए सीजीपी कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। यहां जाने माने कार्डियोलॉजिस्ट शामिल हुए। इसमें हार्ट संबंधित बीमारियों के कारण,इलाज व सावधानियों पर चर्चा हुई। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रो.डा.अतुल गोयल (डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर) मौजूद रहे।
फरीदाबाद के वरिष्ठ परामर्शदाता डा.रंजन मोदी ने यहां हाई ब्लडप्रेशर से संबंधित वर्तमान गाइडलाइंस से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि “ब्लड प्रेशर उम्र के साथ सभी को होने के चांसेज होते हैं। यह उम्र के साथ हमारी नसों में खिंचावट कम हो जाती है, हार्ड हो जाती है,जिस तरह मशीन पुरानी हो जाती है। इन ब्लड प्रेशर का कम करने के बहुत सामान्य तरीके हैं। यदि कम उम्र में यानी 40-45 वर्ष में हुआ है तो सबसे आसान तरीका है सबसे पहले अपना खान-पान नियमित करें, बाहर के खाने से परहेज करें।डा.रंजन ने बताया कि हमें यह बताया जाता है कि सॉल्ट की वजह से बीपी बढ़ता है यह गलत है,जबकि बीपी एक्सट्रा साॅल्ट की वजह से बढ़ता है।
हम सभी को वजन कम करना होगा। जब तक हम वजन नहीं कम करेंगे तब तक ब्लड प्रेशर कम नहीं कर पाएंगे। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि आपकी गाड़ी निकली है 50 किलोग्राम सामान ढोने के लिए उसमें आपने भर दिया 100 किलोग्राम सामान। तो गाड़ी की माइलेज खराब हुई तो उसमें गाड़ी की कमी तो है नहीं। गाड़ी पर सामान कम कर दें माइलेज सही हो जाएगा। इसी तरह शरीर फिक्स वजन के लिए बनाया गया है। बीपी कम करने का आसान तरीका है व्यायाम करें,वजन कम करें,खाने-पीने में कंट्रोल लाइए, बाहर का खाना न खाएं। यदि इससे भी बीपी कंट्रोल नहीं होता है तो दवाईयां दी जाती है।
निदेशक (इंटरवेंशनल कॉर्डियोलॉजी मेदांता लखनऊ) डा.पीके गोयल ने बताया कि वह तार से हार्ट की बीमारियों को ठीक करते हैं। उन्होंने कहा “हार्ट की बीमारी नसों के ब्लाकेज की वजह से आती है। यदि ब्लाकेज ज्यादा होता है तो मल्टीपल नसों में होता है और सर्जरी करनी पड़ती है। यदि उसे बिना सर्जरी के तार से खोल सकते हैं तो सीने पर चीर फाड़ नहीं करना होता है। यह आज कल एडवांस हैं। उन्होंने कहा इससे बचाव के लिए खाने का सेवन बेहतर होना चाहिए। तली हुई चीजें नहीं लें। चीनी और नमक ये दोनों चीजें कम कर देनी चाहिए।
इसी क्रम में वाराणसी के कार्डियोलॉजिस्ट डा.आलोक सिंह ने हार्ट फेलियर की वर्तमान गाइडलाइन पर अपना व्याख्यान दिया। नई दिल्ली फोर्टिस हास्पिटल के निदेशक व पीडियाट्रिक कॉर्डियोलॉजी डा. नीरज अवस्थी ने भी व्याख्यान दिया। इसका संचालन डा.अनुभा श्रीवास्तव ने किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष डा.कमल सिंह ने सभी के प्रति आभार जताया। एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डा.सुजीत सिंह,डा. सुबोध जैन, सचिव डा.आशुतोष गुप्ता,पीआरओ डा.अनूप चैहान आदि रहे।
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