प्रदेश के मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था संभाल पाने में असफल, नैतिकता के आधार पर दें इस्तीफा - अजय राय
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं साथ ही कानून व्यवस्था संभाल पाने में असफल रहे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफे की मांग की
लखनऊ - प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं साथ ही कानून व्यवस्था संभाल पाने में असफल रहे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने देवरिया में दो नाबालिग बच्चों सहित 6 लोगों को निर्मम हत्या एवं जनपद कानपुर में दवा व्यापारी की भाजपा पार्षद-पति द्वारा पीट पीटकर मरणासन्न करने की घटना के साथ जनपद सुल्तानपुर में भाजपा नेताओं द्वारा चिकित्सक की हत्या की निंदा करते हुए प्रदेश में कायम जंगलराज एवं अपराधों की आंधी के लिए प्रदेश की योगी सरकार को असफल ठहराते हुए अपराधियों के संरक्षण का जिम्मेदार बताया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय राय ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी अपराधियों की पनाहगाह बन गई है। सबसे ज्यादा अपराधी एवं बलात्कारी के आरोपी भारतीय जनता पार्टी में है उनको सरकारी संरक्षण प्राप्त है। इसीलिए कोई दिन नहीं जाता जब हत्याएं ना हो रही हो और उन हत्याओं में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर आरोप न लग रहे हों।
उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर की घटना बहुत भयावह है, डॉक्टर घनश्याम तिवारी के घुटनों में ड्रिल मशीन से छेद किए गये और पसलियों को लोहे के रॉड से मारकर तोड़ा दिया गया जिससे उनकी मृत्यु हो गई। इस तरह की दिल दहला देने वाली भयावह हत्याएं योगी राज की पहचान बन गई हैं। लेकिन भाजपा नेताओं और मुख्यमंत्री जी का दिल नही पसीजा क्योंकि हत्यारे भाजपा के नेता हैं। कार्रवाई के नाम पर सरकारी जमीनों पर उनके द्वारा किये गये कब्जों पर बुलडोजर चलाया गया किन्तु अपराधियों की निजी संपत्तियों की तरफ बुलडोजर का रुख नहीं हुआ। उन्होंने मुख्यमंत्री जी से सवाल किया है कि अपराधियों में ऐसा भेदभाव क्यों.? केंद्र सरकार के मंत्री के घर में हत्या हो जाती है और हत्या में प्रयुक्त बेटे की पिस्तौल बरामद होती है लेकिन मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी नहीं होती, विधायक के घर में हत्या होती है कोई कार्रवाई के बजाय सिर्फ लीपापोती हुई। कल देवरिया में सामूहिक हत्याकांड की घटना ने पूरे देश को झगझोर रख दिया है। इस घटना में दो नाबालिक बच्चों सहित 6 लोगों की नृर्मम हत्या कर दी गई और बगल के जनपद गोरखपुर में मुख्यमंत्री जी भाषण देते रहे। आखिर मुख्यमंत्री जी के कानों तक इन गोलियों की आवाज और पीड़ित परिवारों की चीख पुकार क्यों नहीं सुनाई देती है?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अभी कुछ दिनों पहले अमेठी में दलित किशोरी बेटी को बलात्कार कर उनके घर वालों को मारा पीटा गया किन्तु कोई कार्यवाही नही की गई। आजमगढ़ में बलात्कार पीड़िता ने थाने के सामने आत्मदाह का प्रयास किया लेकिन अपराधी आज भी बेखौफ घूम रहे हैं। नोएडा में 3 नाबालिगों से दुष्कर्म की घटना हुई उसमें भी सरकार की कार्यवाही सवालों के घेरे में है। लखीमपुर में केन्द्रीय मंत्री के हत्यारे बेटा को सरकार बचाती रही है। इसके अतिरिक्त तमाम घटनाऐं जैसी जनपद अयोध्या के बिजुडी गांव में विवाहिता की हत्या, अयोध्या के ही रामपुर पुवारी गांव में महिला का शव बरामद होना, तथा इसी जनपद मई के महीने में एक परिवार के पांच सदस्यों की हत्या एवं प्रयागराज में गुप्ता परिवार के पांच सदस्यों की हत्या और इनमें से किसी भी मामले में ठोस कार्यवाही नहीं हुई और अपराधी गिरफ्त से बाहर हैं। जनपद एटा, बुलंदशहर और बागपत में दुष्कर्म की अनेकों घटनाएं हुईं जिसमें अपराधी भाजपा से जुड़े हैं इसीलिए कार्यवाहियां नहीं हुई।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने प्रदेश में बढ़ते अपराध के कारण पर कहा जब प्रदेश के उप मुख्यमंत्री जमीन कब्जा करवा रहे, कौशांबी में जमीन के लिए दलितों को मौत के घाट उतार दिया गया हो तो आम अपराधी के हौसले क्यों न बुलंद होंगे। ऐसे में भाजपा अराजकता को कैसे रोक सकती है? यह सरकार मीडिया मैनेजमेंट के माध्यम से खुद का चेहरा चमकाने का काम करती है जबकि धरातल पर अपराध और भय का बोलबाला है जंगलराज पूरी तरह से कायम है। प्रदेश में दलितों और महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा अपराध और हिंसा हो रही है इसका सीधा कारण अपराधियों को सरकार का संरक्षण मिलना और उन्हें बचाना के लिए पुरजोर कोशिश करना है। कानपुर की घटना में दवा व्यापारी अमोल दीप सिंह को भाजपा के पार्षद पति ने पीट पीटकर मौत के करीब पहुंचा दिया है उनकी एक आंख पूरी तरह से खराब हो गई है और दूसरे में भी गंभीर चोटें हैं। वह दिल्ली के एक अस्पताल में जीवन मरण का युद्ध लड़ रहे हैं। पार्षद पति को बचाने के लिए कानपुर भाजपा के तमाम नेता एवं विधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना के पीआरओ कमिश्नर ऑफिस पर जाकर अपराधियों को बचाने के लिए उनको धमकाते हुए वायरल वीडियो में दिखाई पडे़।
श्री अजय राय ने कहा कि आकड़ो के अनुसार प्रदेश में दलितों के खिलाफ औसतन 34 अपराध की घटनाएं रोजाना हो रही हैं। औसतन 135 अपराध महिलाओं के खिलाफ रोज हो रहे हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का प्रोपोगैंडा फैलाने वाली भाजपा सरकार ने महिला सुरक्षा फंड का 79 प्रतिशत पैसा महिलाओं के हित में न खर्च करके सिर्फ झूठे प्रचार में बर्बाद कर दिया। अभी अगस्त में जनपद अंबेडकरनगर में अमरदीप ज्वेलर्स एवं उनके बेटे की हत्या हुई, अपराधियों का आज तक पता नही। आखिर प्रदेश में कानून का शासन है या अपराधियों का जंगलराज? प्रदेश की योगी सरकार में अपराध अपने चरमोत्कर्ष पर है। पूरे प्रदेश में भय का माहौल है और सरकार अपराध रोक पाने में पूरी तरह से विफल है, कोई भी कहीं भी सुरक्षित नहीं है।
श्री अजय राय ने प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को अपने पद रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। जब कानून व्यवस्था संभाल नहीं पा रहे तो नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। जनता योगी सरकार और उनके प्रशासन से त्रस्त हो चुकी है आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता इसका जवाब देगी।
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