जानिये - किस सीट पर कांग्रेस ने की 40 साल बाद वापसी

(जैनुल आब्दीन) प्रयागराज। इलाहाबाद संसदीय सीट पर कांग्रेस 40 साल के बाद परचम लहराने में कामयाब रही।

जून 5, 2024 - 12:51
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जानिये - किस सीट पर कांग्रेस ने की 40 साल बाद वापसी

इलाहाबाद संसदीय सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने वाले उज्ज्वल रमण सिंह हैं। भाजपा प्रत्याशी नीरज त्रिपाठी को उन्होंने हराया। अपनी जीत के बाद मीडिया से मुखातिब हुये उज्जव रमण सिंह ने कहा कि उनकी यह जीत उनके पिता कुंवर रेवती रमण सिंह की मेहनत का प्रतिफल है। उनके पिता रेवती रमण 50 साल से इस क्षेत्र की सेवा कर रहे हैं। इसके फलस्वरूप आज जीत हासिल हुई है। उज्जवल रमण सिंह ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के प्रति आभार जताया। कहा कि जनता ने जिस उम्मीद के साथ मुझे चुना है उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा। 

 बता दें कि 1984 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अमिताभ बच्चन ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी, उसके बाद यहां कांग्रेस वापसी के लिए तरस गई। देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की इस सीट पर उज्ज्वल रमण सिंह 40 साल बाद कांग्रेस का परचम लहराने की तैयारी कर रहे हैं। यह कांग्रेस के लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं है। उज्जवल रमण सिंह सपा के दिग्गज नेता रेवती रमण सिंह के पुत्र हैं।

रेवती रमण करछना सीट से आठ बार विधायक रहने के साथ ही इलाहाबाद लोकसभा सीट से दो बार सांसद और एक बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की इलाहाबाद संसदीय सीट पर कांग्रेस को 40 वर्षों से जीत का इंतजार है। पार्टी को इस बार काफी उम्म्मीदें हैं। यदि ऐसा होता है तो 1984 में अमिताभ बच्चन के बाद कांग्रेस को जीत नसीब होगी।

विगत कई चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार जमान तक भी नहीं बचा पाए हैं। 1984 में अमिताभ बच्चन ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की थी, लेकिन इसके बाद 1988 के उपचुनाव व 1989 में पार्टी दूसरे स्थान पर रही। वहीं, 1991 के बाद से तो कांग्रेस उम्मीदवार जमानत तक नहीं बचा पाए। 1991 से 2019 के बीच आठ बार लोकसभा चुनाव हुए, लेकिन 1999 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहीं रीता बहुगुणा जोशी जमानत बचा पाई थीं।

इनके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे नंद गोपाल गुप्ता नंदी को ही एक लाख दो हजार 453 वोट मिले थे। लेकिन, वह भी जमानत नहीं बचा पाए थे। अन्य चुनावों में तो कांग्रेस प्रत्याशी 50 हजार मतों के लिए भी जूझते नजर आए। खास यह कि डॉ. रीता और नंदी दोनों नेता इस समय भाजपा में हैं। यह भी बता दें कि भाजपा ने पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज को इलाहाबाद सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था।

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