प्रलय की प्रतीक्षा न करें, धरती को अभी से हराभरा बनाएंः सीएम योगी आदित्यनाथ
प्रयागराज महाकुंभ में जलवायु सम्मेलन के शुभारंभ पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से पर्यावरण संरक्षण का आह्वान किया और जलवायु परिवर्तन से निपटने की अपील की।

जैनुल आब्दीन
पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता जरूरी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मनुष्य अकेला इस सृष्टि का जीव नहीं है, बल्कि उसका जीवन चक्र जीव-जंतुओं से जुड़ा हुआ है। यदि प्रकृति पर संकट आता है, तो उसका असर पूरे मानव जीवन पर भी पड़ेगा। उन्होंने महाकुंभ के श्रद्धालुओं से जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक होने और इसके समाधान में योगदान देने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, "कार्बन उत्सर्जन और प्रदूषण के कारण नदियां सूख रही हैं। धरती माता की धमनियां नदियां हैं, जो यदि सूख गईं या प्रदूषित हो गईं, तो जीवन भी संकट में आ जाएगा।" उन्होंने प्लास्टिक प्रदूषण रोकने और नदियों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए प्रयास करने की बात कही।
महाकुंभ में यातायात नियमों के पालन की अपील
सीएम योगी ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं से अपील की कि वे अपने वाहन निर्धारित पार्किंग में ही खड़ा करें, ताकि जाम की समस्या न हो। उन्होंने कहा कि "मैंने एरियल सर्वे में देखा कि पार्किंग स्थल खाली हैं, लेकिन लोग सड़क पर ही गाड़ियां खड़ी कर संगम स्नान के लिए जा रहे हैं। यदि वे निर्धारित स्थान पर वाहन खड़ा करें, तो जाम से बचा जा सकता है और यातायात सुगम रहेगा।"
दिल्ली हादसे पर शोक, मृतकों को श्रद्धांजलि
सीएम योगी ने दिल्ली हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए सभी मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि "यह दुखद घटना सभी के लिए चिंता का विषय है। हम सभी पुण्य आत्माओं को नमन करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनके परिवारों को इस दुख को सहने की शक्ति मिले।"
सरकार के प्रयास और जनभागीदारी की जरूरत
सीएम योगी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के लिए बड़े कदम उठाए हैं—
✅ पिछले 8 वर्षों में 210 करोड़ वृक्षारोपण किया गया।
✅ सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया।
✅ डीजल बसों की जगह इलेक्ट्रिक बसों को प्राथमिकता दी गई।
✅ मर चुकी नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए अभियान चलाया गया।
✅ संगम क्षेत्र का दायरा बढ़ाकर, वहां 10,000-11,000 क्यूसेक जल की उपलब्धता सुनिश्चित की गई।
सीएम योगी ने कहा कि "सरकार अपने स्तर पर काम कर रही है, लेकिन जनता की भागीदारी भी जरूरी है। यदि हम प्लास्टिक का उपयोग कम करें, नदियों को साफ रखें और वृक्षारोपण में सहयोग दें, तो जलवायु परिवर्तन से होने वाले खतरों को कम किया जा सकता है।"
"एक पेड़ मां के नाम, एक पेड़ आस्था के नाम"
सीएम योगी ने आह्वान किया कि प्रत्येक व्यक्ति को "एक पेड़ अपनी मां के नाम और एक पेड़ आस्था के नाम" जरूर लगाना चाहिए। इससे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सकारात्मक बदलाव आएगा।
इस मौके पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि, जगद्गुरु स्वामी मुकुंदानंद, वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, राज्य मंत्री केपी मलिक, विधायक व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
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