बचपन के मुस्कान: दिव्यांग बच्चों संग सीडीओ ने बांटी खुशियाँ
प्रयागराज में सीडीओ गौरव कुमार ने दिव्यांग बच्चों संग बिताया समय, शिक्षण गतिविधियाँ देख बांटे उपहार व फल।

(जैनुल आब्दीन)
निरीक्षण के दौरान सीडीओ गौरव कुमार ने बच्चों की कक्षाओं का भ्रमण कर उनकी शिक्षण पद्धतियों और आवश्यक सुविधाओं की समीक्षा की। केंद्र में श्रवण, दृष्टि और मानसिक रूप से विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए प्रशिक्षित विशेष शिक्षकों की टीम मौजूद थी, जो बच्चों को समझने योग्य तरीकों से शिक्षा प्रदान कर रही थी।
सीडीओ ने बच्चों से संवाद स्थापित किया और उनकी प्रतिभाओं का अवलोकन भी किया। श्रवण बाधित बच्चों ने संकेत भाषा में अंग्रेजी वर्णमाला प्रस्तुत की, जबकि कॉक्लियर इम्प्लांट की मदद से सुन सकने वाले बच्चों ने न सिर्फ अपना नाम बताया बल्कि "नमस्ते" कहकर सभी का अभिवादन किया। दृष्टि बाधित बच्चों ने ब्रेल लिपि में हिन्दी व अंग्रेजी पढ़कर सुनाया। मानसिक मंदित बच्चों ने फ्लैश कार्ड्स की सहायता से वस्तुओं की पहचान कर अपनी समझ का प्रदर्शन किया।
निरीक्षण के दौरान मध्याह्न भोजन व्यवस्था की भी समीक्षा की गई, जिसमें बच्चों को पोहा व ताजे फल परोसे गए थे। सीडीओ ने भोजन की गुणवत्ता की सराहना की और इसे बच्चों की पौष्टिक जरूरतों के अनुकूल बताया।
इस अवसर पर सीडीओ गौरव कुमार ने बच्चों को कॉपी, किताबें, पेंसिल बॉक्स, उपहार व फल वितरित कर उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के केंद्र न केवल दिव्यांग बच्चों को शिक्षा से जोड़ते हैं बल्कि उन्हें मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक सशक्त प्रयास भी हैं।
निरीक्षण के दौरान जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी अशोक कुमार गौतम, छात्रावास अधीक्षक दिनेश कुमार मिश्र, समन्वयक चन्द्रभान द्विवेदी, विशेष शिक्षक महेश मिश्रा, सविता जायसवाल, दिलीप कुमार पाण्डेय, संजू कुशवाहा, प्रीती सिंह, संदीप कुमार शुक्ला, स्पीच थेरेपिस्ट आस्था द्विवेदी सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
यह कार्यक्रम सिर्फ निरीक्षण नहीं, बल्कि दिव्यांग बच्चों की क्षमताओं की सराहना और उन्हें सम्मान देने का एक माध्यम बना। सीडीओ की उपस्थिति ने नन्हे बच्चों के चेहरों पर मुस्कान ला दी, जो समाज के सहयोग और प्रेम की सबसे सुंदर अभिव्यक्ति थी।
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