ब्रह्मा बाबा की 56वीं पुण्यतिथि पर विशेष आयोजन, असम के राज्यपाल होंगे मुख्य अतिथि
ब्रह्माकुमारीज संस्थान के संस्थापक ब्रह्मा बाबा की 56वीं पुण्यतिथि पर प्रयागराज में विशेष कार्यक्रम आयोजित होगा। असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य मुख्य अतिथि होंगे। जानिए आयोजन की खास बातें।
जैनुल आब्दीन
प्रयागराज। ब्रह्माकुमारीज संस्थान के संस्थापक और नारी सशक्तिकरण के प्रबल समर्थक ब्रह्मा बाबा की 56वीं पुण्यतिथि आज प्रयागराज में विशेष रूप से मनाई जाएगी। इस मौके पर महाकुंभ में "स्वर्णिम भारत ज्ञान कुंभ" का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विश्व शांति दिवस पर ध्यान केंद्रित होगा। असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे।
ब्रह्मा बाबा का योगदान : संस्थान की नींव: दादा लेखराज कृपलानी ने 1937 में अपनी संपत्ति बेचकर "ओम मंडली" की स्थापना की, जो बाद में ब्रह्माकुमारीज संस्थान बना।
नारी सशक्तिकरण: बाबा ने नारी को समाज में अग्रणी स्थान दिलाने का संकल्प लिया और संस्थान की सभी जिम्मेदारियां माताओं और बहनों को सौंपी।
परमात्मा का साक्षात्कार: 60 वर्ष की आयु में बाबा को सृष्टि परिवर्तन का अनुभव हुआ और उन्होंने अपनी आध्यात्मिक यात्रा आरंभ की।
संस्थान की अद्वितीयता
140 देशों में 5000+ सेवा केंद्र
46,000 समर्पित ब्रह्माकुमारी बहनें
20 लाख नियमित विद्यार्थी और 2 लाख युवा सेवक
राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के 20 प्रभाग समाज सेवा में कार्यरत
महिला नेतृत्व: संस्थान की मुख्य प्रशासिका से लेकर सभी प्रमुख पदों पर महिलाएं हैं। हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी संस्थान की सफलता की सराहना की, इसे नारी शक्ति का सर्वोच्च उदाहरण बताया।
संगठन की विशिष्टता: यह दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है, जिसे पूरी तरह नारी शक्ति संचालित करती है। यहां पुरुष सहयोगी के रूप में कार्य करते हैं, जबकि महिलाएं संगठन का नेतृत्व करती हैं।
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