अनुराग ठाकुर ने महाकुंभ को बताया 'एकता का महाकुंभ'
पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने संगम में स्नान कर महाकुंभ 2025 को 'एकता का महाकुंभ' बताया, आस्था और संस्कृति का प्रतीक कहा।

महाकुंभ नगर, प्रयागराज: प्रयागराज में दिव्य और भव्य महाकुंभ 2025 का आयोजन पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ जारी है। करोड़ों श्रद्धालु संगम में पुण्य स्नान कर आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त कर रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर ने अपनी पत्नी संग त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई।
स्नान के पश्चात अनुराग ठाकुर ने इसे 'एकता का महाकुंभ' बताते हुए कहा कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति, सनातन परंपरा और आध्यात्मिक चेतना का अनुपम संगम है।
संगम स्नान की तस्वीरें साझा कीं
अनुराग ठाकुर ने अपने आधिकारिक एक्स (Twitter) हैंडल पर स्नान की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा:
"गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती। नर्मदे सिंधु कावेरी जलेऽस्मिन् सन्निधिं कुरु।"
उन्होंने मां गंगा, यमुना और सरस्वती की आराधना कर सभी के कल्याण की प्रार्थना की। अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा कि "गंगा-यमुना-सरस्वती के पावन संगम का आशीर्वाद सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आए।"
महाकुंभ में उमड़ा आस्था का सैलाब
महाकुंभ 2025 अब तक ऐतिहासिक बन चुका है। 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु अब तक पुण्य स्नान कर चुके हैं। इस विराट आयोजन में देशभर से संत-महात्मा, राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता और आमजन बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं।
भारतीय संस्कृति का गौरव
अनुराग ठाकुर ने महाकुंभ को भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा का गौरव बताते हुए कहा कि यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि पूरे विश्व को भारतीय आस्था, एकता और अध्यात्म की शक्ति से जोड़ने वाला पर्व है।
महाकुंभ 2025: विश्व मंच पर सनातन संस्कृति
प्रयागराज का यह महाकुंभ सनातन संस्कृति की अनंत धारा को वैश्विक मंच पर गौरवान्वित कर रहा है। भक्तों की अपार श्रद्धा और कुंभ की दिव्यता इसे इतिहास के सबसे भव्य आयोजनों में शामिल कर रही है।
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