कांग्रेस ने किया अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की राजनीति, मोदी सरकार में देश के संसाधनों पर आदिवासियों और दलितों को मिला पहला अधिकार: शाह
2014 में जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने तब उन्होंने विचारधारा बदली और देश के संसाधनों पर दलितों, आदिवासियों, गरीबों और वंचितों का अधिकार बताया
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के मंडला में भाजपा की ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ का आगाज करते हुए स्पष्ट किया कि, ‘कांग्रेस हमेशा अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की राजनीति में डूबी रही, जिसने सामाजिक न्याय को तबाह कर दिया। कांग्रेस सरकार के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी ने अपने कार्यकाल के दौरान कहा था कि देश के संसाधनों पर अल्पसंख्यकों का पहला अधिकार है। 2014 में जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने तब उन्होंने विचारधारा बदली और देश के संसाधनों पर दलितों, आदिवासियों, गरीबों और वंचितों का अधिकार बताया।’
पिछले 9 सालों में यह साबित हो चुका है कि मोदी सरकार आदिवासियों, पिछड़ों, दलितों और गरीबों की सरकार है। चाहे भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को गौरव दिवस घोषित करने की बात हो या एक गरीब आदिवासी बेटी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने की, मोदी जी की दूरदर्शिता और अमित शाह के कुशल प्रबंधन में भाजपा की सरकार ने हमेशा जनजातीय समाज का सम्मान और कल्याण किया है।
मध्य प्रदेश की जनता यह जानती है कि कांग्रेस के शासन में प्रदेश की स्थिति बीमारू राज्य की जैसी हो गई थी। भ्रष्टाचार, घोटाले, लूट-खसोट, बिना बिजली गरीबों का घर, बिना सिंचाई की खेती मध्य प्रदेश की पहचान बन गई थी। मध्य प्रदेश की जनता ने भी यह देखा है कि बीच में कुछ दिनों के लिए सरकार में आते ही कांग्रेस ने भाजपा सरकार के समय की 51 योजनाओं को बंद कर दिया था। लेकिन जब से भाजपा की सरकार बनी है, प्रदेश विकास के रथ पर सवार हो कर बेमिसाल राज्य बन चुका है।
पिछले 9 वर्षों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की भाजपा सरकार मध्य प्रदेश को देश का नंबर वन राज्य बनाने की ओर अग्रसर है। मध्य प्रदेश पहला ऐसा राज्य है जहाँ मोदी जी के नेतृत्व और शाह के अथक प्रयासों से पेसा कानून को जमीन पर उतारने का काम किया गया है। अपने दौर में कांग्रेस जनजातीय समाज के लिए जल, जंगल और जमीन की रक्षा का सिर्फ नारा ही देती रही, लेकिन किया कुछ भी नहीं। जबकि मोदी जी की दूरदर्शी सोच और अमित शाह के मार्गदर्शन में जल, जंगल और जमीन की रक्षा के साथ-साथ सुरक्षा, सम्मान व समावेशी विकास के जरिए आदिवासी कल्याण का काम किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कुछ ही महीने बाद मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। चुनाव से पहले हर वर्ग तक पहुँचने और सियासी घमासान में जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह मैदान में उतर चुके हैं। ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ जन-जन से आशीर्वाद प्राप्त करने की यात्रा है। ऐसी पाँच यात्रा प्रदेश की 210 विधानसभा में घूमकर भोपाल तक पहुँचेगी। इस दौरान भाजपा के थिंक टैंक शाह ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए जहाँ कमलनाथ को 'करप्शन नाथ' की उपाधि दी, वहीं दिग्विजय सिंह को 'मिस्टर बंटाधार' की उपाधि दी।
भारतीय राजनीति के चाणक्य अमित शाह की नीतियों, कार्यकर्ताओं का उत्साह और ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ से यह स्पष्ट है कि 2023 में मध्य प्रदेश और 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की जीत सहित मोदी जी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना तय है।
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