अलाव की आस में कांपा अकबरपुर, कागजों में सिमट गई व्यवस्था
अंबेडकरनगर में कड़ाके की ठंड के बावजूद नगर पालिका की अलाव व्यवस्था कागजों तक सीमित। लोग ठंड में बेहाल।
अंबेडकरनगर: कड़ाके की ठंड, सर्द हवाओं और घने कोहरे ने शहरवासियों का हाल बेहाल कर दिया है। पाला गिरने और पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के चलते लोग कांपने को मजबूर हैं। ऐसे में नगर पालिका अकबरपुर की लापरवाही लोगों को और ज्यादा परेशान कर रही है।
शहर के कई प्रमुख स्थानों, जैसे बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल और महिला अस्पताल पर गिनती के अलाव जलाए गए हैं। लेकिन, ज्यादातर वार्डों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में अलाव का कोई नामोनिशान नहीं है। राहगीर और सुबह-शाम काम पर निकले लोग ठंड से कांपते नजर आ रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसा लगता है, जैसे नगर पालिका को अलाव जलाने के लिए किसी विशेष मुहूर्त का इंतजार है। तीन दिन से पड़ रही कड़ाके की ठंड के बावजूद अभी तक समुचित अलाव व्यवस्था नहीं की गई है।
पालिका की कार्यकारी अधिकारी (ईओ) वीना सिंह ने इस मुद्दे पर कहा कि अब तक केवल मुख्य स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों से ठंड बढ़ने के कारण शहर के सार्वजनिक स्थानों और वार्डों में भी अलाव की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जरूरत पड़ने पर अन्य स्थानों पर भी अलाव जलाए जाएंगे।
लोगों का कहना है कि कागजों में अलाव जलाने का दावा करना आसान है, लेकिन हकीकत में अलाव न होने से राहगीरों और गरीबों को ठंड से जूझना पड़ रहा है।
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