विश्व हिंदू परिषद महाकुंभ शिविर में रामानुजाचार्य जी की 18 फीट की मूर्ति की स्थापना
प्रयागराज में विश्व हिंदू परिषद महाकुंभ शिविर में रामानुजाचार्य जी की 18 फीट की मूर्ति की स्थापना की जा रही है। कार्यक्रमों में संतों की मार्गदर्शक मंडल, महिला सम्मेलन और सामाजिक समरसता पर चर्चा होगी।
जैनुल आब्दीन
प्रयागराज : विश्व हिंदू परिषद (VHP) द्वारा आयोजित महाकुंभ शिविर में रामानुजाचार्य जी की 18 फीट लंबी मूर्ति की स्थापना की जा रही है, जो परिसर में एक प्रमुख आकर्षण बनेगी। शिविर में विभिन्न धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें प्रमुख रूप से संतों की मार्गदर्शक मंडल बैठक और केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक शामिल हैं।
19 जनवरी को लखनऊ और मेरठ क्षेत्र से 4000 से अधिक माताओं और बहनों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें कुटुंब प्रबोधन, लव जिहाद, हिंदू संस्कारों का क्षरण, महिला सम्मान और स्त्री शक्ति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। इस सम्मेलन का उद्देश्य मातृशक्ति को जागृत करना है।
शिविर में सीता रसोई का संचालन निरंतर चलता रहेगा, और अवध आदित्य फार्म से श्री राम जन्मभूमि के प्रतीक मॉडल भेजे गए हैं, जिनमें एक प्रमुख 25 फीट ऊंचे और 30 फीट लंबे प्रतीक मॉडल का निर्माण किया जा रहा है। यह श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर सकेंगे।
विश्व हिंदू परिषद के साथ-साथ अशोक सिंघल फाउंडेशन द्वारा श्री राम के वन गमन स्थल पर 250 स्थानों पर प्रतीक चिन्ह लगाने की योजना बनाई गई है। शिविर में रामानुजाचार्य जी की 18 फीट की मूर्ति की प्रतिष्ठा भी की जाएगी, जो सामाजिक समरसता के प्रतीक के रूप में कार्य करेगी।
इसके अतिरिक्त, महाकुंभ शिविर में बौद्ध गुरुओं का आगमन और गोरक्षा के बड़े सम्मेलन की भी योजना है। शिविर में कार्यकर्ताओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है, और झंडेवाला द्वारा भक्तों के लिए चाय की निशुल्क व्यवस्था की गई है।
मुख्य द्वार का नाम विश्व हिंदू परिषद के संस्थापक पूज्य गुरु जी माधव राव सदाशिव गोवलकर जी के नाम पर रखा गया है। यह जानकारी विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री कोटेश्वर ने दी।
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