लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र ने शुरू किया अपना स्टार्टअप ,उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मिली वित्तीय मदद
लखनऊ विश्वविद्यालय में बीबीए (इंटरनेशनल बिजनेस) के छात्र, संस्थापक यश तिवारी ने 2023 की शुरुआत में एक रोमांचक उद्यम शुरू किया है।
लखनऊ। इस स्टार्टअप का मूल 'हॉकर' नामक एक अत्याधुनिक तकनीकी प्लेटफ़ॉर्म है, जिसे भारतीयों के खरीदारी और यात्रा करने के तरीके को बदलने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कंपनी की स्थापना एक सरल लेकिन शक्तिशाली विचार के साथ की गई थी - भारतीयों के खरीदारी और दैनिक यात्रा करने के तरीके को बदलना।
यह स्टार्टअप 'हॉकर' ब्रांड नाम के तहत एक तकनीकी प्लेटफॉर्म प्रदान करता है जो किराना, भोजन और अन्य वस्तुओं के लिए यात्रा और खरीदारी को सरल बनाता है।
हॉकर स्टार्टअप भारत और भारतीय छोटे और स्थानीय व्यवसायों के लिए विशेष तकनीकी समाधान और सुरक्षा प्रदान करता है। हॉकर का लक्ष्य असंगठित क्षेत्र को प्रौद्योगिकी के माध्यम से सेवा प्रदान करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाना और पर्यटन उद्योग में सहजता से एकीकृत करना है।
प्रारंभ में, इस उत्पाद का उद्देश्य स्ट्रीट वेंडरों और सोसायटियों व अपार्टमेंटों के निवासियों के बीच की खाई को पाटना है, जिससे असंगठित क्षेत्र को एक संगठित इकाई में बदला जा सके।
कंपनी का दृष्टिकोण अपने शुरुआती लक्ष्यों से बहुत दूर है। स्टार्टअप ने लखनऊ विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेल से प्राप्त विशिष्ट मार्गदर्शन के आधार पर उत्पाद का खाका और प्रोटोटाइप डिज़ाइन विकसित किया है।
स्टार्टअप को हाल ही में यूपी सरकार से सहायता अनुदान की पहली किश्त भी मिली है। अब, स्टार्टअप प्रोटोटाइप डिज़ाइन को न्यूनतम व्यवहार्य उत्पाद (एमवीपी) में बदलने के लिए धन की तलाश कर रहा है ताकि जल्द ही आधिकारिक लॉन्च किया जा सके।
भविष्य की योजनाओं में, स्टार्टअप अगले तीन वर्षों के भीतर पर्यटन क्षेत्र में विस्तार करने की योजना बना रहा है, जिसमें यात्रा की योजना बनाने से लेकर सभी संबंधित व्यवस्थाओं तक एक आसान और सुव्यवस्थित अनुभव प्रदान किया जाएगा।
अगले 4 से 5 वर्षों में 100 करोड़ रुपये की कंपनी बनाने का लक्ष्य रखते हुए, यश तिवारी के नेतृत्व वाला यह स्टार्टअप स्थानीय व्यवसायों और पर्यटन उद्योग पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के लिए तैयार है।
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