शिक्षा अमूल्य निधि, शिक्षा से होता है नए युग का सृजन= न्यायमूर्ति शिवशंकर प्रसाद
विशाल त्रिपाठी
प्रतापगढ़ - शिक्षा से एक नए युग का सृजन होता है ।शिक्षा अमूल्य निधि है जिसके बलबूते पर आप अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं। आज शिक्षा के क्षेत्र में छात्र छात्राएं अपनी उपलब्धियों का डंका बजा रहे हैं, जरूरत है शिक्षा के साथ संस्कार और आपसी सौहार्द का भी पाठ पढ़ाया जाए जिससे समाज में भाईचारे और प्रेम का वातावरण बन सके।
यह विचार इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति शिव शंकर प्रसाद ने बेलखरनाथ ब्लाक के राम प्रसाद सिंह इंटर कॉलेज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद से व्यक्त किए ।न्यायमूर्ति शिव शंकर प्रसाद ने कहा कि वर्तमान समय में प्रतिभा का मूल्य है ।जिसमें शिक्षा ही एकमात्र साधन है जिसके द्वारा हम परिवार के साथ देश का भी नाम रोशन कर सकते हैं। प्रतिस्पर्धा के इस युग में रिश्तों को जीवंत रखने में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है।जिला जज बालमुकुद चौरसिया ने कहा कि आज विभिन्न क्षेत्रों में बेटे और बेटियां अपनी प्रतिभा के बल पर इतिहास रच रही है।
संस्कारवान शिक्षा देश और समाज को एक नई दिशा प्रदान करती शिक्षा वह अमूल्य निधि है जो जीवन पर्यंत साथ रहती है। विद्यालय में बच्चों ने विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाज सेवी पंकज मिश्रा और संचालन अनिल तिवारी ने किया ।प्रबंधक इंसाफ बहादुर सिंह ने आए हुए लोगों के प्रति आभार ज्ञापित किया। इस दौरान 26 सेवानिवृत शिक्षकों को अंग वस्त्रम देकर सम्मानित किया गया ।कार्यक्रम के दौरान प्रमुख रूप से खेदन जायसवाल पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष, आशीष खंडेलवाल, शीतला सिंह बच्चा, ग्राम प्रधान छोटे दुबे, अविनाश, निखिल, रीता सिंह, अवधेश तिवारी, प्राची पांडे, सौम्या सिंह, आयुषी सिंह, कावेरी सिंह,रूपम, अभय, अभिषेक, जमुना, विवेक, राघवेंद्र, हेमंत सहित तमाम अध्यापक व छात्र मौजूद रहे।
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