ऐतिहासिक नाटक वैशाली की नगरवधू आम्रपाली की प्रभावशाली प्रस्तुति
नाटक में आम्रपाली के दर्द को दिखाया गया जो एक गांव की लड़की से वैशाली की नगरवधू बन गई।

नेशनल। बाबू शिवजी राय फाउंडेशन, दिल्ली द्वारा देश की राजधानी दिल्ली के श्रीराम सेंटर में प्रसिद्ध उपन्यासकार आचार्य चतुरसेन के उपन्यास 'वैशाली की नगरवधू' आम्रपाली का मंचन किया गया।
नाटक का निर्देशन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के स्नातक उत्पल झा और भारतेन्दु नाट्य अकादमी के स्नातक कुमार वीर भूषण ने किया था।
नाटक में वैशाली की राजनर्तकी एवं गणिका आम्रपाली का बचपन, अरुंधवज के प्रति उसका प्रेम, सामंतों द्वारा शोषण, राजाओं के साथ अनैतिक संधि, संकट के समय वैशाली के गणराज्य की रक्षा के लिए युद्ध, बुद्ध से संवाद, स्त्रियों का धम्म में प्रवेश, अजातशत्रु को वैशाली से बाहर निकालना तथा राष्ट्र के लिए कला का बलिदान आदि को केंद्र में रखा गया।
नाटक का अंत वैशाली की गणिका आम्रपाली, जो वीणा धारण करती है और स्वप्न नर्तकी है, के हाथों में तलवारों की गर्जना और अजातशत्रु के डर के मारे वैशाली गणराज्य से भागने के साथ होता है।
प्रस्तुत नाटक में सुजीत कुमार व शिवम यादव का सेट, सहायक निर्देशक अतुल ढींगरा की वेशभूषा, प्रसून नारायण का संगीत, अर्चना कुमारी का मेकअप तथा उत्पल झा की प्रकाश परिकल्पना ने समय व परिस्थिति के अनुरूप प्रस्तुतिकरण कराया।
महिला पात्रों में अनुष्का जांवाला ने वेश्या आम्रपाली की भूमिका में शानदार अभिनय किया है। नीति शुक्ला ने वृद्ध राजनर्तकी पुष्पगंधा की भूमिका के साथ न्याय किया है।
मधुलिका के रूप में खुशबू ने अपनी अभिनय क्षमता दिखाई, जबकि नर्स श्वासवती सहारिया और पटकथा लेखक मीनू राठी ने दर्शकों को प्रभावित किया।
पुरुष पात्रों में बुद्ध की भूमिका में अतुल ढींगरा, शिष्य भाग्येश कौशिक, खलनायक अजातशत्रु की भूमिका में मोनीदीप कांजीलाल, मुख्यमंत्री चेतक राजन आनंद, वत्सकर दीपक गुप्ता, अरुंध्वज गुरवे दीपक और अश्वसेन विजय शुक्ला ने अपने किरदार बखूबी निभाकर दर्शकों को प्रभावित किया।
मंत्री शिवशंभु, वशुबंधु शिवम यादव, प्रथम नागरिक यजेंद्र कुमार अज्जू, द्वितीय नागरिक भास्कर झा, तृतीय नागरिक सुजीत कुमार, महिला नागरिक भव्या सिंह व सिपाही नवनीत की खूब सराहना की गयी.
कार्यक्रम की व्यवस्था एवं स्वागत के लिए संस्था की ओर से कला शिक्षक दिलीप शर्मा, साहित्यकार रिजवान रजा, पंकज चौधरी, सुमन कुमार सिंह, संजना तिवारी एवं अधिवक्ता जेपी यादव मौजूद रहे। कलाकारों को निर्देशकों द्वारा प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह आदि भी प्रदान किए गए।
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