अटल जी के जन्म शती पर भरत त्याग दीप महोत्सव की भव्य संध्या
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की जन्म शती पर चित्रकूट धाम में भरत त्याग दीप महोत्सव का आयोजन, देशभर से श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

लखनऊ। भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जन्म शती के अवसर पर चित्रकूट धाम में "भरत त्याग दीप पादुका महोत्सव" का आयोजन बड़े धूमधाम से हुआ। इस आयोजन ने अटल जी के जीवन और उनके त्याग की महत्ता को श्रद्धापूर्वक मनाया। महोत्सव का उद्घाटन गायत्री शक्तिपीठ के पावन स्थल पर हुआ, जहां अचार्य रामनारायण त्रिपाठी और अन्य संतों ने वैदिक मंत्रों के बीच पूजन पाठ किया।
महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहा जब अटल बिहारी वाजपेई के मानस पुत्र ने अपने ट्रस्ट के सदस्यों के साथ पादुकाओं को शीश पर रखकर कामदगिरि की परिक्रमा की। इस दौरान राम भरत मिलाप मंदिर के महंत श्री 1008 राम मनोहर दास ने आयोजन की अध्यक्षता की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में अनूप दास जी महाराज तथा महंत राम जानकी खाकी स्थान रामघाट मंगलदास साकेत पुरी और महंत अमित दास महाराज जानकी कुंड उपस्थित रहे।
इस आयोजन में किन्नर प्रेमा बुआ ने सुल्तानपुर से चांदी का दीप भेंट किया, जिसे राम भरत के महंत को अर्पित किया गया और फिर उस दीप को प्रज्वलित किया गया। इसके बाद संतों ने अपने विचार प्रस्तुत किए और भरत के त्याग की महिमा पर प्रकाश डाला।
आयोजन में देशभर से श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए लोग उपस्थित हुए। राजस्थान से स्मृति मिश्रा, इंग्लैंड से रामा अग्रवाल, छत्तीसगढ़ से सेवाराम रतनानी, दिल्ली से शोभा चौधरी, हिमाचल प्रदेश से शोभा नंद गिरि ने दीप जलाकर भारत के महान कार्यों का संदेश दिया।
इस आयोजन में ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी संजीव द्विवेदी, एडवोकेट हाई कोर्ट लखनऊ, मानस पुत्र अटल बिहारी वाजपेई, पदाधिकारी सचिव मदन मोहन शर्मा, उपाध्यक्ष अखिलेश त्रिवेदी एडवोकेट, अरिमर्दन उपाध्याय और सदस्य सुनील कुमार मिश्रा तथा आलोक सिंह ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।