आईसीसी ने किया BIMSTEC Energy Conclave का आयोजन
इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) ने बिम्सटेक एनर्जी कॉन्क्लेव का आयोजन किया
शाश्वत तिवारी
नई दिल्ली। BIMSTEC देशों के बीच सहयोग का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र ऊर्जा सहयोग और बिजली व्यापार को बढ़ाना है और BIMSTEC Grid Interconnection की स्थापना पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर उस दिशा में एक कदम है। इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) ने बिम्सटेक एनर्जी कॉन्क्लेव का आयोजन किया। इस अवसर पर भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
बांग्लादेश में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने कहा है कि भारत-बांग्लादेश के लगातार गहरे होते रिश्ते की एक पहचान बिजली और ऊर्जा के क्षेत्र में बढ़ता सहयोग है। सका एक महत्वपूर्ण उदाहरण भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन है जिसका उद्घाटन इस वर्ष मार्च में भारत और बांग्लादेश के प्रधानमंत्रियों द्वारा किया गया था, जो बांग्लादेश में प्रति वर्ष दस लाख मीट्रिक टन हाई-स्पीड डीजल को टिकाऊ, विश्वसनीय तरीके से परिवहन करने की क्षमता रखता है।
उच्चायुक्त ने वर्तमान वैश्विक अनिश्चितताओं के संदर्भ में बिम्सटेक के तहत क्षेत्रीय सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत-बांग्लादेश संबंध बिम्सटेक की सहयोग वास्तुकला का एक महत्वपूर्ण आधार है। उच्चायुक्त ने कटिहार (भारत) - पारबतीपुर (बांग्लादेश) - बोरानगर (भारत) के बीच 765 केवी सीमा पार बिजली इंटरकनेक्शन के प्रस्ताव के महत्व और अंतर-क्षेत्रीय बिजली व्यापार में क्रांति लाने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डाला।
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