केवल शोधपत्र नहीं बल्कि बेहतरीन उत्पाद पर केंद्रित हो शोधः प्रो. पांडेय
इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज के वनस्पति विज्ञान विभाग में शुक्रवार को भारतीय वनस्पति सोसायटी के सहयोग से प्रो. एसएन चतुर्वेदी स्मृति व्याख्यान-2023 का आयोजन किया गया।
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज के वनस्पति विज्ञान विभाग में शुक्रवार को भारतीय वनस्पति विज्ञान सोसायटी के सहयोग से प्रो. एस.एन. चतुर्वेदी स्मृति व्याख्यान-2023 का आयोजन किया गया। संस्मरण का विषय था "कुकुरबिटेसी की विविधता, फाइलोजेनी एवं पालतूकरण"।
भारत में कुकरबिटेसी वंश जैसे कि खीरा, कद्दू, तरबूज, परवल, खरबूजे आदि की 94 प्रजातियां पाईं जाती हैं। उन्होंने बताया कि कुछ वन्य प्रजातियां अपने प्राकृतिक वातारण में अधिक फलती-फूलती हैं। यदि उन्हें कहीं और उगाया जाता है तो उनकी उत्पादकता में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
उन्होंने कहा कि नए शोध करते समय शोधकर्ता को यह ध्यान रखना चाहिए कि शोध उत्पाद उत्कृष्ट हों, जिससे समाज को अधिक लाभ मिल सके। शोध कार्य केवल शोध पत्र प्रकाशित करने तक ही सीमित नहीं होना चाहिए।
कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. श्वेता शेखर ने कार्यक्रम के अंत में आभार व्यक्त किया। मंच का संचालन डॉ. हरमनजीत कौर ने किया।
इस कार्यक्रम के दौरान प्रो.संजय मिश्रा, प्रो.सोनाली, डॉ.प्रतीक श्रीवास्तव, डॉ.अश्वनी कुमार, डॉ.वैभव श्रीवास्तव और प्रो.मनोज कुमार सिंह मौजूद रहे।
कार्यक्रम में भारतीय वनस्पति सोसायटी के वैज्ञानिकों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के शोधकर्ता और छात्र भी उपस्थित थे।
What's Your Reaction?