लखनऊ: स्वतंत्रता दिवस समारोह-2023 को मनाये जाने के सम्बन्ध में मुख्य सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्र द्वारा समस्त जिलाधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश निर्गत किये गये हैं। अपने निर्देशों में उन्होंने कहा है कि हमारे देश के गौरवशाली इतिहास, स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग और बलिदान की याद दिलाने वाला 77वां स्वाधीनता दिवस समारोह परम्परागत रूप से सादगी के साथ परन्तु आकर्षक ढंग से मनाया जाये।
उन्होंने कहा कि प्रदेश मुख्यालय पर प्रातः 9.15 बजे एवं जिला, तहसील, ब्लाक, नगर निकाय आदि सरकारी तथा गैर सरकारी इमारतों पर प्रातः 10.15 बजे पुष्पों की पंखुड़िया बांध कर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाये तथा राष्ट्रीय अभिवादन के साथ ही राष्ट्रगान का भावपूर्ण गायन किया जाये।
उन्होंने कहा कि समस्त शिक्षण संस्थाओं में इस अवसर पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाये, जिसमें राष्ट्रगान जन-गण-मन का सामूहिक गायन भी सम्मिलित हो। विद्यार्थियों को संक्षेप में स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास बताया जाये तथा देश पर शहीद हुए देशभक्तों के जीवन के प्रेरक प्रसंग दोहराये जाये, जिससे उनमें राष्ट्रीय चेतना जागृत हो। इसके अतिरिक्त देशप्रेम की भावना जागृत करने वाले नाटक, विचार गोष्ठी, वाद-विवाद प्रतियोगिता, प्रदर्शनी, निबन्ध-लेखन से सम्बन्धित प्रतियोगिताएं भी यथासम्भव आयोजित करायी जायें।
शासन द्वारा संचालित कल्याणकारी कार्यक्रमों योजनाओं के साथ ही शैक्षिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की विस्तृत जानकारी देने वाले कार्यक्रम भी आयोजित किये जाये। शैक्षिक कार्यक्रमों के आयोजन हेतु शिक्षा विभाग द्वारा तथा खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करने हेतु खेल विभाग द्वारा पृथक से आवश्यक निर्देश जारी किये जायें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वाधीनता की 76वीं वर्षगांठ ‘माटी को नमन-वीरो का वंदन’ थीम के साथ मनायी जाये। जनपद स्तर के स्वाधीनता दिवस कार्यक्रम में वीरों का वंदन करने के भाव के साथ स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, सशस्त्र सेना, पैरामिलिट्री दल, सशस्त्र पुलिस बल, पुलिस बल के पुरस्कृत वीरों, शहीदों के आश्रितों, पूर्व सैनिकों को मा० जनप्रतिनिधियों द्वारा सम्मानित कराया जाये। स्वतंत्रता आन्दोलन से जुड़े स्थलों की विशेष साफ-सफाई एवं स्वच्छता सुनिश्चित कराते हुए यथासम्भव 15 अगस्त तक नित्य पुलिस बैण्ड से देशभक्ति के गीतों का वादन कराया जाये। स्वाधीनता दिवस कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के भाव से एक सांस्कृतिक कार्यक्रम, जिसमें देश की विरासत एवं विविधता प्रदर्शित हो, का आयोजन कराया जाये।
उन्होंने कहा कि ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत प्रत्येक आवास, प्रत्येक व्यापारिक प्रतिष्ठान, औद्योगिक इकाइयों, सरकारी, गैर-सरकारी भवनों पर राष्ट्रध्वज फहराया जाये। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के सम्बोधन से पूर्व सभी उपस्थित सम्मानित जनप्रतिनिधियों एवं नागरिको को पंच प्रण की शपथ दिलायी जाये। इसके अलावा 15 अगस्त, 2023 को वृहद् वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित कराया जाये।
यह भी कहा कि प्रत्येक जिले में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रदेश सरकार के विकास कार्यों तथा जनपद की स्वतंत्रता के बाद की उपलब्धियों पर आधारित (इसमें विगत 09 वर्षों में तेजी से हो रहे विकास की स्पष्टता हो) विकास प्रदर्शनी आयोजित करायी जाये। यह प्रदर्शनी अलग-अलग स्थानों पर एक माह तक आयोजित की जाये। इसके सम्बन्ध में आवश्यक क्रिएटिव प्रारूप सूचना विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में मा० मुख्यमंत्री जी के सम्बोधन का लाइव प्रसारण प्रातः 09.15 बजे से मा० जनप्रतिनिधिगण की उपस्थिति में कराया जाये, इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। अपरान्ह् में परम्परागत रूप से किसी सार्वजनिक स्थान पर जनसभा का आयोजन किया जाये जिसमें स्वाधीनता की वर्षगांठ पर जनसाधारण को यह याद दिलाया जाये कि हमारे अनगिनत देशभक्तों तथा अमर बलिदानियों ने जीवन भर संघर्ष करके अपना सब कुछ न्यौछावर कर जो राजनैतिक स्वाधीनता हासिल की थी, उसकी रक्षा करते हुए आर्थिक व सामाजिक स्वाधीनता लाने का दायित्व विशेष तौर पर नई पीढ़ी पर है। इस अवसर पर जनसाधारण को बताया जाये कि सभी समुदायों के महापुरुषों ने एकता, आपसी सद्भाव, भाई-चारे व इंसानियत पर बल दिया है। इस राष्ट्रीय पावन पर्व पर उन महानुभावों के कार्यों का भी आदरपूर्वक स्मरण किया जाये, ताकि समाज में इन्सान और इन्सानियत की अहमियत बढ़े। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय स्वाभिमान और गौरव के प्रतीक ‘राष्ट्रीय ध्वज’ के महत्व के बारे में आमजन को बताया जाये।
उन्होंने कहा कि 15 अगस्त, 2023 को ब्लाक तहसील तथा जनपद स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में अधिक से अधिक लोगों को सम्मिलित होने के लिए प्रेरित किया जाये। श्रेयस्कर होगा कि इन समारोहों का आयोजन उन्हीं स्थानों पर किया जाये, जहां सन् 1947 में स्वाधीनता मिलने पर जन समुदाय ने आह्लादित एवं रोमांचित होकर यह उत्सव मनाया था। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 14 एवं 15 अगस्त, 2023 की रात्रि में सरकारी कार्यालय-भवनों तथा अन्य इमारतों एवं स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े ऐतिहासिक स्मारकों को रोशन किया जाये।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अधिकाधिक जन सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए उन सभी संस्थाओं, समूहों तथा व्यक्तियों को प्रोत्साहित किया जाये जो 15 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व के अनुरूप कार्यक्रम आयोजित करने की सदिच्छा व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि विकास संबंधी शासन की प्राथमिकताओं से जन-मानस को अवगत कराते हुए उन्हें अपेक्षित योगदान के लिए प्रेरित किया जाये। साथ ही बेहतर वातावरण पैदा करके स्वच्छ प्रशासन देने के प्रयासों से आम जनता को अवगत कराया जाये।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास सबका विश्वास एवं सबका प्रयास’ की अवधारणा को अंगीकृत करते हुए उत्तर प्रदेश को स्वच्छ, स्वस्थ, समर्थ तथा सर्वाेत्तम प्रदेश बनाने के लिए कृत संकल्पित है। प्रदेश सरकार समाज के सभी वर्गों विशेष रूप से किसानों, गरीबों, वंचितों, शोषितों एवं महिलाओं की खुशहाली के लिए साफ नीयत से त्वरित विकास के संकल्प की अवधारणा को साकार कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के ऐतिहासिक निर्णयों एवं विकासपरक तथा जन कल्याण के लिए उठाए गए कदमों से स्पष्ट है कि वर्तमान सरकार प्रदेश के आमजन के विकास, उसकी सुरक्षा और कानून व्यवस्था के प्रश्न पर कितनी संवेदनशील है। इसी क्रम में प्रदेश सरकार द्वारा समाज के विभिन्न व हित तथा राज्य के समग्र विकास के लिए संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में जनसभाओं में जनसाधारण को अवगत कराया जाये।
उन्होंने कहा कि देश सभी वर्गों, धर्मों और सम्प्रदायों में पारस्परिक विश्वास, सद्भावना व एकता से ही प्रगति कर सकता है। वर्तमान सरकार सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के संकल्प को क्रियान्वित करते हुए अपराध एवं भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर आगे बढ़ रही है। प्रदेश में शांति एवं सद्भाव का वातावरण सृजित करने के लिए इस अवसर पर जनमानस की अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित की जाये और लोगों को प्रेरित तथा जागरूक भी किया जाये।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रत्येक नागरिक के मन में राष्ट्रप्रेम की भावना को जागृत करना तथा स्वतंत्रता के प्रतीकों के प्रति सम्मान का भाव जगाना है, अतः इस कार्यक्रम का आयोजन जारी दिशा-निर्देश के अनुसार परम्परागत रूप से सादगी के साथ परन्तु आकर्षक ढ़ग से कराना सुनिश्चित किया जाये।